Kishkinda Rath Yatra News: दुनिया के दुख-संकट हरने वाले भगवान हनुमान कई सौ किमी का सफर तय करके अपने आराध्य प्रभु राम का दर्शन करने कर्नाटक के किष्किंधा से अयोध्या पहुंचे. शनिवार को दर्शन के बाद वे अब संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज रवाना हो गए हैं.
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Kishkinda Rath Yatra from Ayodhya to Prayagraj: रामनगरी अयोध्या से किष्किंधा रथ प्रयागराज के लिए रवाना हो गया है. इस रथ यात्रा में किष्किंधा से आए साधु संत भी शामिल हैं. प्रभु श्रीराम के सानिध्य में यात्रा निकाली गई. यह राथ अगले डेढ़ महीने तक अब प्रयागराज में ही रहेगी. रामनगरी अयोध्या से किष्किंधा रथ हनुमान यात्रा विधि विधान के साथ प्रयागराज के लिए रवाना हुई. इस रथ यात्रा के मुख्य आयोजक किष्किंधा मंदिर के महंत गोविंदानंद सरस्वती हैं.
12 वर्षों तक देश का भ्रमण करेगी यात्रा
उन्होंने बताया कि रथ यात्रा 12 साल तक देश के अलग-अलग स्थान पर जाएगी. इस दौरान लोगों को भगवान राम के संदेश देने और सनातन को एक करने पर काम किया जाएगा. यह रथ कर्नाटक की पहाड़ी नगरी और भगवान हनुमान की जन्मभूमि किष्किंधा से अयोध्या पहुंचा था. अयोध्या में भगवान राम के मंदिर के मुख्य द्वार पर रथ का विधि विधान से पूजन किया गया. इसके बाद वह प्रयागराज के लिए रवाना हो गया.
संभल में भी पहुंची थी हनुमान जी की गदा
रथ यात्रा के मुख्य आयोजक महंत गोविंदानंद सरस्वती ने बताया कि सनातन धर्म की रक्षा के लिए मोक्षपुरिया की श्रेष्ठ अयोध्या में सभी को भगवान राम का दर्शन प्राप्त हो रहा है. राम जी के सानिध्य में ही हनुमान जी की यह रथ यात्रा सनातन धर्म प्रचार के लिए निकल रही है. उन्होंने बताया कि यह रथ यात्रा संभल में गई थी, जहां पर हनुमान जी का गदा चला और अब वहां धर्म साम्राज्य स्थापित हो रहा है. उन्होंने बताया कि यह रथ यात्रा पूरे 12 वर्षों तक देश के अलग-अलग हिस्सों में घूमेगी और लोगों को भगवान की भक्ति से जोड़ने का प्रयास करेगी.
अयोध्या से प्रयागराज के लिए हुई रवाना
किष्किंधा रथयात्रा के अयोध्या पहुंचने पर रामलला मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने स्वागत किया. उन्होंने कहा कि आज रथ यात्रा यहां से प्रयागराज के लिए जा रही है. इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य है कि जिस प्रकार से हनुमान जी ने अपनी गदा चला कर राक्षसों का विनाश किया था, उसी प्रकार से आज भारत विरोधी और सनातन विरोधियों का आतंक खत्म करने का वक्त आ गया है. इसीलिए अब हनुमान जी की गदा लेकर किष्किंधा से यह सत्य सनातन जागरण यात्रा निकली, जिसका प्रभाव पूरे देश में महसूस होगा.
(Disclaimer: यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE NEWS इसकी पुष्टि नहीं करता है.)