Ishan Kishan on BCCI: ईशान किशन, वो खिलाड़ी जिसके लिए पिछले 6 महीने उतार-चढ़ाव भरे साबित हुए. भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने भी युवा बल्लेबाज से किनारा कर लिया. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने को लेकर ईशान ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 के बाद अपनी भड़ास निकाली है.
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Ishan Kishan BCCI Central Contracts: ईशान किशन, वो खिलाड़ी जिसके लिए पिछले 6 महीने उतार-चढ़ाव भरे साबित हुए. डबल सेचंरियन ईशान की पिछले लगभग 7 महीने से टीम इंडिया में वापसी नहीं हुई है. बीसीसीआई ने भी आदेश न मानने के चलते युवा बल्लेबाज से किनारा कर लिया. सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर होने पर ईशान किशन बड़ा मुद्दा साबित हुए थे. इस लिस्ट में श्रेयस अय्यर का भी नाम था. इस मुद्दे को ईशान ने एक बार फिर हवा दे दी है. उन्होंने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी है कि आखिर उन्होंने बीसीसीआई के आदेश पर घरेलू क्रिकेट क्यों नहीं खेला?
यह निराशाजनक था- ईशान किशन
ईशान ने इंडियन एक्सप्रेस के साथ इंटरव्यू में कहा, 'यह निराशाजनक था, आज मैं यह नहीं कहना चाहता कि सब कुछ ठीक था. मेरे लिए यह बिल्कुल भी आसान नहीं था. आप बहुत कुछ झेलते हैं. मेरे दिमाग में ये सब चलता रहा कि यार क्या हो गया, क्यों हो गया, मेरे साथ क्यों? ये सब तब हुआ जब मैं अच्छा प्रदर्शन कर रहा था.'
मुझे थकान का अनुभव हुआ- ईशान
ईशान किशन ने ब्रेक लेने के सवाल पर कहा, 'मैं रन बना रहा था और फिर मैंने खुद को बेंच पर पाया. टीम के खेल में ये चीजें होती हैं. लेकिन मुझे यात्रा की थकान का अनुभव हुआ. इसका मतलब था कि कुछ गड़बड़ है, मैं अच्छा महसूस नहीं कर रहा था और इसलिए मैंने ब्रेक लेने का फैसला किया. हालांकि, दुख की बात है कि मेरे परिवार और कुछ करीबी लोगों को छोड़कर किसी ने भी इसे नहीं समझा.'
क्यों नहीं माना BCCI का आदेश?
ईशान किशन ने आखिर बीसीसीआई का आदेश क्यों नहीं माना यह सवाल सभी के जहन में था. लेकिन अब उन्होंने इसे डिटेल में समझा दिया है. युवा बल्लेबाज ने कहा, 'मैंने ब्रेक लिया और मुझे लगता है कि यह सामान्य था. एक नियम है कि अगर आप वापसी करना चाहते हैं तो आपको घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करना होगा. यह इतना ही सरल है. मेरे लिए घरेलू क्रिकेट खेलना बहुत अलग था क्योंकि इसका कोई मतलब नहीं था. मैं खेलने के मूड में नहीं था और इसीलिए मैंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लिया. यह समझ में नहीं आता कि आप अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से ब्रेक लें और फिर घरेलू मैच खेलें. फिर तो आप अंतरराष्ट्रीय ही खेलते.'