Rohit Sharma Future: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए पिछला साल काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा. जहां एक ओर दोनों ने टी20 विश्व कप जीतकर शिखर पर पहुंचे, वहीं साल के अंत में दोनों ने अपने करियर के सबसे खराब दौर का सामना किया.
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Rohit Sharma Future: भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली के लिए पिछला साल काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा. जहां एक ओर दोनों ने टी20 विश्व कप जीतकर शिखर पर पहुंचे, वहीं साल के अंत में दोनों ने अपने करियर के सबसे खराब दौर का सामना किया. 2024-25 टेस्ट सीजन में भारत का प्रदर्शन बेहद खराब रहा, जिसके कारण टीम पहली बार डब्ल्यूटीसी फाइनल में जगह बनाने में नाकाम रही. इस खराब प्रदर्शन के केंद्र में रोहित और कोहली की बल्ले से आई खराब फॉर्म और जसप्रीत बुमराह को छोड़ गेंदबाजी आक्रमण की कमी रही.
रोहित और कोहली पर अलग-अलग फैसला
पूर्व भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज दीप दासगुप्ता ने कहा है कि अगले कुछ महीने रोहित के भविष्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण होंगे और कप्तान के लिए पैमाने कोहली से अलग होंगे. स्टार स्पोर्ट्स पर बात करते हुए दासगुप्ता ने कहा, "रोहित और विराट को एक साथ न जोड़ें. भारतीय क्रिकेट की पिछली पीढ़ी में जैसे सचिन (तेंदुलकर) और राहुल (द्रविड़) अलग थे, वैसे ही आपको प्रत्येक खिलाड़ी का अलग-अलग मूल्यांकन करना होगा.''
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टेस्ट सीरीज में विराट और रोहित के आंकड़े
2024-25 टेस्ट सीजन में कोहली ने 19 पारियों में 22.47 की औसत से कुल 382 रन बनाए. हालांकि, इस बात का ध्यान रखना होगा कि कोहली ने इनमें से एक पारी में शतक बनाया था, जिसका अर्थ है कि उन्होंने 18 पारियों में केवल 282 रन बनाए. रोहित के आंकड़े कहीं अधिक चिंताजनक हैं. भारतीय कप्तान ने 15 पारियों में 10.93 की औसत से केवल 164 रन बनाए, जिसमें एक अर्धशतक शामिल है. रोहित की स्थिति इस तथ्य से भी प्रभावित नहीं होती है कि वह अब 37 वर्ष के हैं और आगामी डब्ल्यूटीसी चक्र समाप्त होने तक 40 वर्ष से अधिक हो सकते हैं.
रोहित के लिए अगले पांच महीने अहम
दीप दासगुप्ता ने कहा, "रोहित के लिए अगले पांच महीने, जो मुख्य रूप से इंटरनेशनल व्हाइट-बॉल क्रिकेट और आईपीएल होंगे, महत्वपूर्ण होंगे. इन प्रारूपों में उनके प्रदर्शन का वजन निर्णायक होगा. इसके अलावा उनके फर्स्ट क्लास क्रिकेट फॉर्म, फिटनेस स्तर और चैंपियंस ट्रॉफी में प्रदर्शन जैसे कारक भी महत्वपूर्ण होंगे. अंतिम निर्णय चयनकर्ताओं के पास है."
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कप्तानी पर भी उठे सवाल
टेस्ट टीम के कप्तान के रूप में रोहित का स्थान भी सवालों के घेरे में आ गया है क्योंकि भारत ने उन छह में से पांच टेस्ट मैच गंवाए हैं, जिनमें उन्होंने नेतृत्व किया. इसमें न्यूजीलैंड के हाथों घरेलू मैदान पर शर्मनाक 3-0 की व्हाइटवॉश भी शामिल है, जिसने भारत का घरेलू टेस्ट मैचों में रिकॉर्ड तोड़ने वाली जीत का सिलसिला समाप्त कर दिया. रोहित ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी टेस्ट के लिए खुद को ही बाहर कर दिया, जिसे भारत ने छह विकेट से गंवा दिया और इस तरह एक दशक में पहली बार बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी गंवाई.