Satya Nadella: हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट की सीईओ सत्या नडेला अपने तीन दिन के दौरे पर भारत आए. इस दौरान टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने विचार शेयर किए और काफी अहम बातें कहीं. आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कहा.
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Microsoft CEO Satya Nadella: आजकल आर्टिफिशयल इंटेलीजेंस (एआई) काफी काफी प्रचलन में है. ऐसा माना जा रहा है कि आने वाले समय में इसका बढ़-चढ़कर इस्तेमाल किया जाएगा. कई टेक दिग्गज कंपनियां भी एआई का सहारा ले रही हैं. हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट की सीईओ सत्या नडेला अपने तीन दिन के दौरे पर भारत आए. इस दौरान टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में उन्होंने विचार शेयर किए और काफी अहम बातें कहीं. आइए आपको बताते हैं कि उन्होंने क्या कहा.
मल्टीलिंगुअल प्रोजेक्ट की तारीफ की
माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्या नडेला भारत सरकार द्वारा समर्थित मल्टीलिंगुअल स्पीच-टू-टेक्स्ट और टेक्स्ट-टू-स्पीच ट्रांसलेशन प्रोजेक्ट से बहुत प्रभावित हुए हैं. उनका मानना है कि यह प्रोजेक्ट भविष्य में कई शानदार इनोवेशन का आधार बनेगा. इससे स्टूडेंट्स को काफी फायदा मिल सकता है. उदाहरण के लिए इससे स्टूडेंट्स को किसी भी समय एआई ट्यूटर्स की मदद लेने की सुविधा मिल सकती है.
आधार और यूपीआई को सराहा
सत्या नडेला भारत में तीन दिन के दौरे पर थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि भारत डिजिटल क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है. उन्होंने भारत सरकार के डिजिटल पब्लिक गुड्स जैसे आधार और यूपीआई को भी सराहा. उन्होंने कहा कि माइक्रोसॉफ्ट भारत में निवेश बढ़ाने के लिए कमिटिड है. कंपनी का मानना है कि भारत में टेक्नोलॉजी क्षेत्र के डेवलपमेंट की बेहतरीन संभावनाएं हैं.
एआई में इन्वेस्टमेंट
नडेला की लीडरशिप में माइक्रोसॉफ्ट का बदलाव सबसे पहले क्लाउड कंप्यूटिंग में बड़े पैमाने पर निवेश करने से आया. अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) के क्षेत्र में बड़े इन्वेस्टमेंट के साथ उन्होंने माइक्रोसॉफ्ट की कीमत ऐप्पल से भी आगे बढ़ा दी है. भारत में माइक्रोसॉफ्ट के 23,000 कर्मचारी हैं और कंपनी का कारोबार तेजी से बढ़ रहा है.
भारत में जन्मे
सत्या नडेला का जन्म भारत में हुआ. वे हैदराबाद में पैदा हुए और पले-बढ़े. साल 2014 में वे टेक दिग्गज कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ बने. पिछले 10 वर्षों में नडेला ने माइक्रोसॉफ्ट को पूरी तरह बदल दिया है. एक समय ऐसा भी था जब कंपनी मुश्किल से चल रही थी, लेकिन नडेला की लीडरशिप में अब यह दुनिया की सबसे सफल कंपनी की लिस्ट में शुमार है. इसकी कीमत 3 ट्रिलियन डॉल से भी ज्यादा है. नडेला के आने के बाद से कंपनी का शेयर मार्केट वैल्यू 1,000% से ज्यादा बढ़ गया है.