अगर आप पहाड़ों की खूबसूरती के दीवाने हैं और एक ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां आपको नेचुरल ब्यूटी, शांति और रोमांच का अद्भुत संगम मिले, तो अरुणाचल प्रदेश में स्थित ये गांव आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है.
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अगर आप पहाड़ों की खूबसूरती के दीवाने हैं और एक ऐसी जगह की तलाश में हैं जहां आपको नेचुरल ब्यूटी, शांति और रोमांच का अद्भुत संगम मिले, तो मेचुका (Mechuka) आपके लिए परफेक्ट डेस्टिनेशन है. अरुणाचल प्रदेश के वेस्ट सियांग जिले में स्थित यह छोटा सा गांव अपनी बेमिसाल खूबसूरती और अनोखी संस्कृति के लिए जाना जाता है. भारत-चीन सीमा के पास बसा यह गांव पहाड़ों, नदियों और हरियाली से घिरा हुआ है, जो किसी स्वर्ग से कम नहीं लगता.
‘मेचुका’ नाम स्थानीय भाषा से लिया गया है, जिसमें ‘Men’ का अर्थ दवा, ‘Chu’ का अर्थ पानी, और ‘Kha’ का अर्थ बर्फ होता है. इसका मतलब हुआ 'बर्फीले पानी की औषधीय शक्ति'. यह नाम इस जगह की पवित्रता और प्राकृतिक खूबसूरती को दर्शाता है.
मेचुका में कहां-कहां घूमें
मेचुका अपने बर्फ से ढके पहाड़ों, हरे-भरे मैदानों और घुमावदार नदियों के लिए प्रसिद्ध है. यहां बहने वाली सिओम (Siyom) नदी घाटी की सुंदरता को और बढ़ा देती है. आइए जानते हैं आप यहां कहां-कहां घूम सकते हैं.
* सामतेन योंगचा मोनेस्ट्री: यह 400 साल पुराना बौद्ध मठ एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित है और यहां से घाटी का दृश्य देखने लायक होता है.
* लंबा झूला पुल: यह सिओम नदी पर बना लकड़ी और रस्सियों से तैयार झूला पुल एडवेंचर लवर्स के लिए खास अट्रैक्शन है.
* हनुमान कैंप: यह एक विशाल चट्टान है, जो हनुमान जी के चेहरे जैसी दिखती है, और यहां आने वाले पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय है.
* पासंग सोनम त्सो झील: यह झील मेचुका से करीब 40 किमी दूर स्थित है और इसके नीले स्वच्छ पानी में प्रकृति की झलक देखने को मिलती है.
कैसे पहुंचे मेचुका?
मेचुका तक पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा डिब्रूगढ़ (असम) है, जहां से आप आलो (Aalo) तक कार या टैक्सी ले सकते हैं. सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन मुरकोंगसेलेक (असम) और नाहरलागुन (अरुणाचल प्रदेश) हैं. यहां से टैक्सी या बस के जरिए मेचुका पहुंचा जा सकता है. यहां आपको होटल, रिसॉर्ट्स और होमस्टे की सुविधाएं मिलेंगी. स्थानीय लोगों के घरों में ठहरने (होमस्टे) से आप उनकी परंपराओं और रीति-रिवाजों को करीब से समझ सकते हैं.