Russia News: एलेक्सी नवलनी नवलनी, राष्ट्रपति पुतिन के ‘कुलीन वर्ग’ की आलोचना करके और ‘व्यापक भ्रष्टाचार’ का लगाने से सुर्खियों में आए थे. उन्हें अगस्त में साढ़े 11 साल की सजा के अलावा 19 साल की अतिरिक्त जेल की सजा सुनाई गई थी.
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World News in Hindi: क्रेमलिन ने कहा है कि उसे जेल में बंद रूसी विपक्षी नेता एलेक्सी नवलनी के बारे में ‘कोई जानकारी नहीं’ है. नवलनी कथित तौर पर 6 दिसंबर से जेल से लापता हैं. उनके वकील 6 दिसंबर के बाद से उनसे नहीं मिल पाए हैं. जेल अधिकारियों ने नवलनी को पेनल कॉलोनी से ट्रांसफर कर दिया, जहां वह चरमपंथ सहित कई आरोपों के लिए अपनी सजा काट रहे थे. लेकिन अधिकारियों ने यह नहीं बताया कि उन्हें कहां ट्रांसफर किया गया था.
जेल अधिकारियों ने शुक्रवार (स्थानीय समय) को एक अदालत को बताया कि नवलनी ने मास्को से लगभग 230 किमी (140 मील) पूर्व में व्लादिमीर क्षेत्र के मेलेखोवो शहर में आईके-6 फैसिलिटी छोड़ दी थी. नवलनी के भ्रष्टाचार विरोधी फाउंडेशन के कानूनी विभाग के प्रमुख व्याचेस्लाव गिमादी ने यह जानकारी दी.
क्रेमलिन ने दिया ये जवाब
यह पूछे जाने पर कि क्या क्रेमलिन के पास नवलनी के बारे में कोई जानकारी है, प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने कहा: ‘नहीं. मैं फिर से दोहराता हूं: हमारे पास उन कैदियों के भाग्य का पता लगाने की क्षमता, या अधिकार, या इच्छा नहीं है जो अदालत के आदेश से सजा काट रहे हैं.’
अल जज़ीरा की रिपोर्ट के अनुसार, नवलनी, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ‘कुलीन वर्ग’ की आलोचना करके और ‘व्यापक भ्रष्टाचार’ का लगाने से सुर्खियों में आए थे. उन्हें अगस्त में साढ़े 11 साल की सजा के अलावा 19 साल की अतिरिक्त जेल की सजा सुनाई गई थी.
नवलनी की प्रवक्ता ने कही ये बात
नवलनी की प्रवक्ता किरा यर्मिश ने एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘उन्हें कहां ले जाया गया था, यह पता नहीं है.’ उन्होंने कहा, ‘मैं आपको याद दिला दूं कि वकीलों ने 6 दिसंबर के बाद से एलेक्सी को नहीं देखा है.’ इससे पहले नवलनी की टीम ने आरोप लगाया था कि जेल में बंद रूसी नेता को गंभीर स्वास्थ्य संबंधी घटना का सामना करना पड़ा है.
इस बीच, नवलनी की एक अन्य सहयोगी मारिया पेवचिख ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार समिति से जेल में बंद नेता का पता लगाने में मदद करने का आग्रह किया है. उसने गुरुवार को कहा, ‘एलेक्सी के साथ जो हो रहा है, वह वास्तव में जबरन गायब होना और उनके मौलिक अधिकारों का घोर उल्लंघन है. उत्तर दिए जाने चाहिए.’