नई दिल्ली: हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद माह की शुरुआत हो गई है. भाद्रपद मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अजा एकादशी के नाम से जाना जाता है. एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से इंसान को आर्थिक तंगी से छुटकारा मिलता है. वहीं श्रीहरी की कृपा बनी रहती है. आइए जानते हैं अजा एकादशी का व्रत कब रखा जाएगा.
अजा एकादशी कब है
एकादशी तिथि का प्रारंभ 29 अगस्त राज 01 बजकर 19 मिनट पर होगा. 30 अगस्त को देर रात 01 बजकर 37 मिनट पर समापन होगा. उदया तिथि के अनुसार अजा एकादशी का व्रत 29 अगस्त को रखा जाएगा.
अजा एकादशी का शुभ मुहूर्त
अजा एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. इस दिन आप श्रीहरि की पूजा सुबह 5 बजकर 58 मिनट पर कर सकते हैं. वहीं 1 बजे से लेकर 3 बजे तक राहुकाल होगा. राहुकाल के दौरान पूजा नहीं करनी चाहिए. ब्रह्म मुहूर्त सुबह 4 बजकर 28 मिनट से लेकर 5 बजकर 13 मिनट तक है.
पूजन विधि
अजा एकादशी के दिन सुबह स्नान कर पीले रंग के कपड़े पहनें. भगवान विष्णु के समक्ष व्रत का संकल्प लें. वेदी पर भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की फोटो स्थापित करें. भगवान का पंचामृत से अभिषेक करें. पीले फूलों की माला अर्पित करें. हल्दी या गोपी चंदन लगाएं. पंजीरी का भोग लगाएं, पूजा में तुलसी का पत्ता जरूर अर्पित करें.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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