नई दिल्ली: Russia America Relations: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के आने के बाद अमेरिका का रूस के प्रति रुख बदला है. रूस और इसके प्रमुख व्लादिमीर पुतिन को अपना कट्टर दुश्मन मानने वाला अमेरिका के तेवर अब ढीले नजर आ रहे हैं. रूस-यूक्रेन युद्ध में भी ट्रंप ने पुतिन को प्राथमिकता दी, जबकि जेलेंस्की को दरकिनार किया गया. 70 साल से अमेरिका और रूस के बीच दुश्मनी चली आ रही है, जो अब ठंडी पड़ती हुई नजर आ रही है.
7 दशक से चली आ रही दोनों की दुश्मनी
द्वितीय विश्व युद्ध के बाद से अमेरिका और रूस (तब सोवियत संघ) के बीच तनाव लगातार गहराता चला गया था. शीत युद्ध के दौरान भी दोनों देश अपना प्रभाव बढ़ाने के लिए प्रतिस्पर्धा करते रहे. 1991 में सोवियत संघ का विघटन हुआ, तब अमेरिका ने रूस को संभावित खतरे के तौर पर देखा. जब नाटो का विस्तार हुआ तो रूस ने अमेरिका पर आंखें लाल की. यूक्रेन के साथ युद्ध भी इसलिए हुआ, क्योंकि यह यूरोपीय देश NATO में शामिल होना चाहता था. पुतिन को लगा कि यूक्रेन नाटो में चला जाएगा तो अमेरिकी सेना उनके बगल में आकर खड़ी जो जाएगी, जो आगे चलकर बड़ा खतरा बन सकती है.
फिर क्यों अमेरिका ने बदला रुख?
अमेरिका फर्स्ट नीति: ट्रंप ने अपने दूसरे कार्यकाल में अमेरिका फर्स्ट नीति पर काम करना शुरू कर दिया है. दूसरे देशों के खातिर रूस से दुश्मनी मोल लेना ट्रंप को सही कदम नजर नहीं आया. उन्हें लगता है कि इससे आर्थिक और रणनीतिक नुकसान हो रहा है. इसलिए केवल अमेरिका का फायदा सोचना ही बेहतर रहेगा.
युद्ध रोकने को आतुर: ट्रंप पुतिन से इसलिए भी करीबियां बढ़ा रहे हैं, ताकि जल्द से जल्द तूस-यूक्रेन का युद्ध रुक सके. इस युद्ध ने अमेरिका सहित वैश्विक अर्थव्यवस्था और ऊर्जा बाजार को प्रभावित किया. ट्रंप ने इसे खत्म करने का वादा भी कर चुके हैं.
चीन का बढ़ता प्रभाव: अमेरिका के लिए अब चीन रूसे से भी बड़ा खतरा है. मुमकिन है कि ट्रंप रूस को अपने पक्ष में कर चीन के खिलाफ एक संतुलन बनाना चाहते हैं, ताकि चीन के प्रभाव को सीमित किया जा सके.
यूरोप से दूरी में फायदा: ट्रंप ने यूक्रेन को दी जाने वाली सैन्य सहायता भी रोक दी है. वे अपने NATO देशों और यूरोपीय सहयोगियों से किनारा कर रहे हैं, ताकि वहां पर सहायता राशि न देनी पड़े और अमेरिका ये राशि कहीं और खर्च कर सके. यूरोपीय देशों से किनारा करने के बाद अमेरिका के पास रूस से दुश्मनी रखने की वाजिब वजह भी नहीं बचती.
ये भी पढ़ें- ट्रंप ने पहले दूसरों के पर कतरे, अब अपनों की बारी; अमेरिकी सेना के बजट पर ही चला रहे कैंची!
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.