नई दिल्ली: Russia T-90 Tank Power: रूस के पास एक से एक आधुनिक हथियार हैं. यही कारण है कि अमेरिका के बाद रूस वह देश है, जो सबसे अधिक हथियार निर्यात करता है. भारत रूस से ही सबसे अधिक हथियार खरीदता है. रूस के हथियारों के चर्चे दूर-दूर तक हैं. रूस के पास दुनिया के बेस्ट टैंक्स में से एक T-90M भी है. ये टैंक यूक्रेन में खूब तबाही मचा चुका है. इस टैंक ने यूक्रेन के सबसे अधिक टैंक्स को तबाह किया है. चलिए जानते हैं कि इस टैंक में क्या खासियत हैं और ये दुश्मन के लिए कितना खतरनाक हो सकता है.
भारत के पास भी है इसका वेरिएंट
रूस के T-90 का वेरिएंट भारत के पास भी है. इसे भारत का T-90S 'भीष्म' के तौर पर जाना जाता है. अल्जीरिया, वियतनाम और अन्य देशों ने भी इसे अपनाया है. बता दें कि पश्चिमी टैंकों (जैसे अमेरिका का M1 Abrams) की तुलना में T-90 सस्ता और रखरखाव में कम खर्चीला है. फिर भी यह आधुनिक हथियारों से लैस है. यही कारण है कि छोटे देश भी इस तक को एफोर्ड कर पाते हैं.
इसे चलाने के लिए तीन लोगों की जरूरत
रूस के T-90 टैंक को तीन मेंबर्स का क्रू यानी कमांडर, गनर और ड्राइवर संचालित करते है. इस टैंक का छोटा सिल्हूट है, जो इसे दुश्मन के लिए बेहद मुश्किल टारगेट बनाता है. इसमें आधुनिक हथियार भी लगे हैं, जो दुश्मन को टारगेट करते हैं.
T-90 टैंक की 5 बड़ी खूबियां
- शक्तिशाली 125 मिमी तोप गाइडेड मिसाइलें दागने में सक्षम.
- इसका उन्नत 'Shtora-1' सिस्टम लेजर-गाइडेड हथियारों से बचाता है.
- T-90 टैंक का मल्टीलेयर कवच और ERA इसे मजबूत सुरक्षा देता है.
- T-90 टैंक की गति 65 किमी प्रति घंटा है. यह वजन में हल्का और फुर्तीला है.
- आधुनिक फायर कंट्रोल सिस्टम सटीक निशाना लगाता है.
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