Chhath Puja 2022: सूर्यदेव को पिता, पूर्वज, सरकारी सेवा का कारक माना गया है. वही, छठ मैया को सृष्टि रचियता भगवान ब्रह्मा की मानस पुत्री कहा गया है और पुराणों में देवी को माँ कात्यायनी का स्वरूप माना गया है इसलिए इनकी पूजा छठे नवरात्रि यानी षष्ठी तिथि पर होती है. छठ पूजा का प्रसाद बनाते समय नमकीन वस्तुओं को हाथ लगाने से बचना चाहिए.
जरूरतमंदों की करें मदद
सूर्यदेव को समर्पित छठ पूजा के दौरान सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदों और निर्धन लोगों की मदद करनी चाहिए. अगर आप किसी जरूरतमंद को छठ पूजा का सामान दिलवाकर उसे छठ पूजा संपन्न करने में सहायता करते हैं, तो ऐसा करना आपके लिए बहुत ही शुभ और फलदायी साबित होता है.
इस मंत्र का करें जाप
संतान के सौभाग्य और सुख-समृद्धि के लिए गुड़ डालकर मीठे चावल बनाए और अब इन चावलों को सूर्यदेव को दिखाने के बाद घर के पूजा स्थल में रखें और सूर्यदेव के मंत्र ‘ॐ ह्रां ह्रीं ह्रौं सरू सूर्याय नमरू‘ का 108 बार जाप करें. अब गुड़ से बने चावलों को प्रसाद के रूप में अपनी संतान को खिलाएं.
मनचाही प्रमोशन के लिए करें ये उपाय
जो लोग प्राइवेट नौकरी करते हैं और ऑफिस में मनचाही पोजीशन पाना चाहते हैं. ऐसे लोग छठ पूजा के अवसर पर अपने पिता को एक तांबे का सिक्का तोहफे में दें और सूर्यदेव के मंत्र “ऊँ घृणिः सूर्याय नमः” का दो माला जाप करें.
पक्षियों को खिलाएं व्यंजन
समाज में अपने मान-सम्मान और पद-प्रतिष्ठा में वृद्धि के लिए शाम के समय सूर्यदेव को प्रणाम करें और 24 बार गायत्री मंत्र का जाप करें. जो लोग संतान प्राप्ति की कामना रखते हैं, तो आप लोगों को शाम के समय भगवान सूर्य को अर्घ्य देना चाहिए, साथ ही गेहूं के आटे और गुड़ से बना कोई व्यंजन पक्षियों को खिलाना चाहिए.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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