नई दिल्ली. Eid Milad-Un-Nabi 2022 ईद मिलाद-उन-नबी या ईद-ए-मिलाद दुनिया भर में इस्लाम धर्म को मानने वालों के लिए बेहद खास दिन है. यह दिन इस्लाम के संस्थापक पैगंबर मोहम्मद साहब की जयंती का प्रतीक है. इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, ईद ए मिलाद उन नबी को रबी-उल-अव्वल के 12वें दिन मनाया जाता है.
पैगंबर हजरत मोहम्मद की जन्म तिथि को मौलिद के नाम से भी जाना जाता है. पैगंबर मुहम्मद का जन्म 570 ईस्वी में मक्का में हुआ था और उनकी मृत्यु 632 ईस्वी में मदीना में हुई थी. इस साल दुनिया भर में 9 अक्टूबर 2022 को ईद-ए-मिलाद-उन-नबी का उत्सव मनाया जा रहा है.
यह त्योहार शिया और सुन्नी समुदायों द्वारा अलग-अलग दिनों में मनाया जाता है. सुन्नी मुसलमान इसे इस्लामिक महीने रबी अल-अव्वल की 12 तारीख को मनाते हैं, जबकि शिया मुसलमान इसे रबी अल-अव्वल की 17 तारीख को मनाते हैं. भारत के अलावा, ईद मिलाद-उन-नबी श्रीलंका, यूनाइटेड किंगडम, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, रूस और जर्मनी सहित कई देशों में मनाया जाता है
ईद मिलाद-उन-नबी का महत्व
ईद मिलाद-उन-नबी पर मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के जीवन और शिक्षाओं को याद करते हैं, कुरान पढ़ते हैं और गरीबों और जरूरतमंदों को भोजन और कपड़े दान करते हैं. इस दिन प्रार्थना सभाओं का आयोजन किया जाता है. लोग इस दिन हरे रंग के कपड़े पहनते हैं. हरा रंग इस्लाम और जन्नत का प्रतीक माना जाता है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)
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