नई दिल्ली: Masik Durga Ashtami 2023: मां दुर्गा को हिंदू धर्म में विशेष माना जाता है. अधिकतर त्योहारों पर मां दुर्गा को पूजा जाता है. इस बार साल के आखिरी महीने में मासिक दुर्गाष्टमी है. मार्गशीर्ष माह के अग्रहायण की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है. इस दिन मां दुर्गा की पूजा-व्रत करने का विधान है. माना जाता है कि इस दिन पूजा-व्रत करने से व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद मिलता है और धनलाभ होता है.
दुर्गाष्टमी व्रत कथा
हिंदू धर्म में मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा भी है. प्राचीन काल में पृथ्वी पर कई शक्तिशाली राक्षस हो गए थे. कई देवी-देवताओं की हत्या कर दी थी और स्वर्ग में आकर अत्याचार करते थे. सबसे शक्तिशाली राक्षस महिषासुर था. उसका अंत करने के सब देवों के देव महादेव भगवान शिव, भगवान विष्णु जी और भगवान ब्रह्मा जी ने शक्ति स्वरूप देवी दुर्गा को बनाया. सभी देवताओं ने मां दुर्गा को हथियार दिए. इसके बाद मां दुर्गा ने राक्षस का वध किया. तभी से दुर्गाष्टमी मनाया जा रहा है.
मासिक दुर्गाष्टमी की पूजा व व्रत विधि
सुबह उठकर स्नान करके साफ कपड़े धारण करें. इसके बाद पूजा घर में गंगाजल छिड़कें. फिर लाल रंग का कपड़ा बिछाकर मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित करें और देवी मां को जल अर्पित करें. इसके बाद मां दुर्गा को सिंदूर का टीका लगाएं. फिर मां दुर्गा को लाल चुनरी और सोलह श्रृंगार, लाल रंग का पुष्प और अक्षत अर्पित करें. मां दुर्गा को एक पान के पत्ते में लौंग, सुपारी, इलायची रख कर चढ़ा दें. भोग में मिठाई चढ़ाकर जल अर्पित करें. फिर घी का दीपक जलाएं और दुर्गा चालीसा का पाठ करके विधि-विधान के साथ मां की आरती करें.
मासिक दुर्गाष्टमी का महत्व
मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत करने से पारिवारिक जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली बनी रहेगी. साथ ही इच्छित फल की भी प्राप्ति होती है. जीवन में चल रही समस्यों का समाधान भी मिलेगा.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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