नई दिल्ली: Vrat Ke Niyam: हिंदू धर्म में व्रत रखने का विशेष महत्व है. आस्थावान लोग सप्ताह के दिन, तिथि या फिर त्योहार के अनुसार व्रत रखते हैं. ऐसा माना जाता है कि व्रत तप के समान होता है. व्रत रखते समय कई चीजों का त्यागना पड़ता है. कहते हैं कि व्रत रखने से धार्मिक, शारीरिक, मानसिक और सामाजिक लाभ होते हैं. व्रत रखने की शास्त्रीय विधि का पालन करके आप व्रत का पूर्ण लाभ उठा सकते हैं. शास्त्रों के अनुसार, व्रत करते समय कुछ नियमों का जरूर पालन करना चाहिए, वरना पूजा का पूरा फल प्राप्त नहीं होता है. आइये जानते हैं व्रत का पूर्ण फल पाने के लिए किन बातों का रखें ध्यान.
व्रत रखने का नियम
व्रत के दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान करें. उस दिन स्वच्छ लाल वस्त्र धारण करें. पूजा स्थान को साफ करें और देवी-देवताओं की पूजा करें. व्रत का संकल्प लें. इस दौरान दिन भर निर्जला या फलाहार करें. सदा ही शुद्ध आहार ग्रहण करें और शरीर को भी शुद्ध रखें.
इन बातों का ध्यान रखें
व्रत रखने से पहले अपनी शारीरिक क्षमता का आकलन करें. व्रत के दौरान, पर्याप्त मात्रा में पानी पीते रहें. व्रत के दौरान, क्रोध, लोभ, मोह, ईष्या आदि नकारात्मक भावनाओं से दूर रहें. व्रत के दौरान दिमाग में किसी भी प्रकार के गंदे विचार या फिर किसी की निंदा नहीं करनी चाहिए.
धार्मिक महत्व
हिंदू धर्म में व्रत को महत्वपूर्ण माना जाता है. व्रत रखने से देवी-देवताओं की कृपा प्राप्त होती है और मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं.
मानसिक शांति
व्रत रखने से मन को शांति और एकाग्रता प्राप्त होती है. व्रत के दौरान, हम सांसारिक मोह-माया से दूर रहकर आध्यात्मिक चिंतन करते हैं. व्रत रखने से आत्म-संयम और इच्छाशक्ति बढ़ती है. व्रत के दौरान, हम अपनी इच्छाओं को नियंत्रित करना सीखते हैं. व्रत के दौरान, हम दूसरों के प्रति दया और करुणा का भाव रखते हैं.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.)