पीएफआई पर छापेमारी को नाम दिया गया 'ऑपरेशन ऑक्टोपस', जानें एनआईए के होश उड़ाने वाले खुलासे

ऑपरेशन ऑक्टोपस में लगाए गए सभी 300 अधिकारियों को छापेमारी के दौरान चुप रहने के लिए कहा गया. एनआईए और ईडी जैसी एजेंसियां पीएफआई के पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करना चाहती हैं.  

Written by - Niraj Singh | Last Updated : Sep 24, 2022, 02:38 PM IST
  • पीएफआई ने भारत के प्रति नफरत फैलाई : एनआईए
  • ईडी ने लगाया छिपाकर पैसा लेने का आरोप
पीएफआई पर छापेमारी को नाम दिया गया 'ऑपरेशन ऑक्टोपस', जानें एनआईए के होश उड़ाने वाले खुलासे

नई दिल्ली: राष्ट्रीय जांच एजेंसी एनआईए के सूत्रों ने कहा है कि इस सप्ताह की शुरुआत में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के ठिकानों पर छापेमारी को 'ऑपरेशन ऑक्टोपस' नाम दिया गया है. ऑपरेशन में लगाए गए सभी 300 अधिकारियों को छापेमारी के दौरान चुप रहने के लिए कहा गया. एजेंसियां पीएफआई के पूरे नेटवर्क को जड़ से खत्म करना चाहती हैं.

'ऑपरेशन ऑक्टोपस' के तहत 100 से अधिक पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया और लगभग 200 को हिरासत में लिया गया. ईडी और एनआईए ने जांच के दौरान पाया है कि पीएफआई के सदस्य देश विरोधी गतिविधियों में शामिल थे.

पीएफआई ने भारत के प्रति नफरत फैलाई : एनआईए 
एनआईए ने दावा किया है कि पीएफआई के कार्यालयों और उसके नेताओं के ठिकानों पर की गई देशव्यापी छापेमारी के दौरान जब्त दस्तावेजों में बेहद संवेदनशील सामग्री मिली है, जिसमें एक समुदाय विशेष के प्रमुख नेताओं को निशाना बनाया गया है. कोच्चि विशेष एनआईए अदालत में सौंपी गई रिमांड रिपोर्ट में जांच एजेंसी ने यह आरोप भी लगाया है कि इस चरमपंथी इस्लामी संगठन ने युवाओं को लश्कर-ए-तैयबा और इस्लामिक स्टेट ऑफ इराक एंड सीरिया (आईएसआईएस) जैसे आतंकवादी समूहों में शामिल होने के लिए बरगलाया. 

‘छुपाकर’ कोष लिया: ईडी
ईडी ने शुक्रवार को कहा कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के विदेश में रहने वाले कुछ सदस्यों ने भारत में प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) खातों में कोष भेजा जिसे बाद में कट्टरपंथी इस्लामी संगठन को स्थानांतरित कर दिया गया. इसका मकसद विदेशी वित्तोषण से संबंधित कानून से बचना था.

ये भी पढ़िए- दुनिया के सामने आई किम जोंग की रहस्यमयी 'बेटी', उत्तर कोरिया के प्रचार विशेषज्ञों का दावा

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़