नई दिल्ली: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को हमास पर युद्ध विराम समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए कहा कि ये बहुत दुर्भावनापूर्ण और क्रूरता है. दरअसल, समझौते के तहत हमास ने जिन शवों को भेजा है उनमें से एक शव की पहचान नहीं हो पा रही है. फॉरेंसिक रिपोर्ट में सामने आया कि हमास ने जिस महिला के शव को शिरी बिबास का बताकर भेजा है वह असल में शिरी का है ही नहीं, जबकि वादा किया गया था कि वह शिरी बिबास का शव भेजेंगे.
भड़क पड़ा नेतन्याहू
अब हमास की हरकत से इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू काफी नाराज दिखाई दे रहे हैं, जिसे देखते हुए तो ऐसा लग रहा है कि फिर से युद्ध का शंखनाद होने जा रहा है. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने शुक्रवार को कहा कि हमास को बंधक शिरी बिबास के शव को समझौते के अनुसार रिहा न करने की भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
नेतन्याहू ने दी चेतावनी
प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने एक बयान में कहा, 'हम अपने सभी जीवित और मृत बंधकों के साथ शिरी बिबास को घर वापस लाने का दृढ़ संकल्प के साथ काम करेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि हमास समझौते के इस क्रूर और बुरे उल्लंघन के लिए पूरी कीमत चुकाए.' उन्होंने आगे कहा, 'एरियल, केफिर और लिफशिट्ज की यादें हमेशा देशवासियों के दिलों में रहेंगी. ईश्वर उनकी मौत का बदला लेगा. इसलिए हम बदला लेंगे.'
शिरी के शव की नहीं हुई पहचान
इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने बताया कि हमास की ओर से जो 4 शव सौंपे गए हैं उनमें से 2 शवों की पहचान शिरी के बेटों एरियल और केफिर के रूप में हुई है. इनके अलावा एक शव ओडेड लिफशिट्ज का था. वहीं, चौथा शव गाजा की एक महिला का भेजा गया है. IDF का कहना है कि पहचान की प्रक्रिया के दौरान यह सामने आया है कि जो चौथा शव भेजा है, वह शिरी बिबास का नहीं था, बल्कि किसी अन्य बंधक से भी उसका कोई मेल नहीं हो पाया. यह एक अनाम, अज्ञात शव है.
हमास का दावा
गौरतलब है कि एरियल बिबास की मृत्यु के समय आयु 4 सिर्फ वर्ष थी वहीं केफिर बिबास की 10 महीने. हमास का दावा है कि शिरी के दोनों बेटों और लिफशिट्ज की मौत इजरायल हवाई हमलों के दौरान हुई. हालांकि, वहीं इजरायल का कहना है कि शवों की जांच करने पर सामने आया कि तीनों को हमास के लड़ाकों ने ही मार था.
नए युद्ध का आभास
हमास ने अब तक इजरायल के आरोप पर कोई सार्वजनिक टिप्पणी जारी नहीं की है. इससे पिछले महीने ही अमेरिका, कतर और मिस्र की मध्यस्थ से किए गए नाजुक युद्धविराम समझौते के पटरी से उतरने का खतरा है. दूसरी ओर फिलहाल यह भी स्पष्ट नहीं है कि इस घटनाक्रम का असर शनिवार को रिहा होने वाले 6 जीवित बंधकों पर पड़ेगा या नहीं.
ये भी पढ़ें- अमेरिका का F-35 Vs तुर्की का KAAN, दोनों फाइटर जेट्स में से कौनसा पॉवरफुल?
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.