सेवन सिस्टर्स और इनका इकलौता भाई, जानें- क्या है इन 8 राज्यों की दिलचस्प कहानी

Seven sisters: भारत की सेवन सिस्टर्स (सात बहनें) पूर्वोत्तर के सात राज्यों को संदर्भित करती हैं: अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा. ये राज्य अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता, आश्चर्यजनक परिदृश्य और अनूठी परंपराओं के लिए जाने जाते हैं.

Written by - Nitin Arora | Last Updated : Feb 2, 2025, 03:36 PM IST
सेवन सिस्टर्स और इनका इकलौता भाई, जानें- क्या है इन 8 राज्यों की दिलचस्प कहानी

Northeast states: भारत में 28 राज्य हैं, जिनमें से 8 (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा) भारत के पूर्वोत्तर भाग में हैं, जो अपनी समृद्ध सांस्कृतिक विविधता और प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाने जाते हैं.

पूर्वोत्तर राज्यों को अक्सर 'सात बहनें' कहा जाता है, जिसमें 'सिक्किम' इकलौता भाई कहलाता है, जो कि एक राज्य है. ये राज्य कई तरह की स्वदेशी जनजातियों का घर हैं, जिनमें से प्रत्येक की अपनी अनूठी परंपराएं और भाषाएं हैं, जो इस क्षेत्र को विभिन्न संस्कृतियों का मिश्रण बनाती हैं.

कई लोगों को आश्चर्य हो सकता है कि इन राज्यों को सेवन सिस्टर्स (सात बहनें) क्यों कहा जाता है? तो आज हम इसी पर बात करेंगे.

सेवन सिस्टर्स की संक्षिप्त कहानी
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र को अक्सर 'सात बहनें' और 'एक भाई' कहा जाता है, जिसमें अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा राज्य 'सात बहनें' के रूप में शामिल हैं, जबकि सिक्किम को 'भाई' कहा जाता है.

'सेवन सिस्टर्स' शब्द का प्रयोग त्रिपुरा के एक पत्रकार ज्योति प्रसाद सैकिया ने जनवरी 1972 में एक रेडियो टॉक शो के दौरान किया था.

यह नामकरण भारत के सात पूर्वोत्तर राज्यों को भारतीय संघ के भीतर अलग-अलग संस्थाओं के रूप में औपचारिक मान्यता दिए जाने के साथ हुआ. सैकिया ने बाद में एक किताब संकलित की जिसमें इन राज्यों के बीच परस्पर निर्भरता और समानताओं का पता लगाया गया, जिससे यह शब्द और भी लोकप्रिय हो गया.

भौगोलिक निकटता
पूर्वोत्तर भारत में सातों राज्य एक दूसरे के करीब स्थित हैं, जो एक ऐसा क्षेत्र बनाते हैं जो भाई-बहनों के परिवार जैसा दिखता है. यह भौगोलिक संबंध उनकी साझा सीमाओं और समान स्थलाकृतियों द्वारा बल दिया जाता है.

सांस्कृतिक और ऐतिहासिक विशिष्टता
प्रत्येक राज्य की अपनी अलग संस्कृति, भाषाएं और परंपराएं हैं, फिर भी वे जातीय विविधता और ऐतिहासिक अनुभवों के संदर्भ में कई समानताएं भी साझा करते हैं. 'बहनें' शब्द राज्यों के बीच व्यक्तित्व और एकता के इस मिश्रण को दर्शाता है.

परस्पर निर्भरता
राज्य आर्थिक और सामाजिक रूप से एक दूसरे से जुड़े हुए हैं, अक्सर संसाधनों और सांस्कृतिक आदान-प्रदान के लिए एक दूसरे पर निर्भर रहते हैं. इस परस्पर निर्भरता ने उनके बीच सौहार्द की भावना को बढ़ावा दिया है, जो 'बहनों' के पारिवारिक रूपक को मजबूत करता है.

सभी राज्यों की क्या है अलग पहचान?
1. अरुणाचल प्रदेश: उगते सूरज की भूमि
2. असम: चाय बागानों वाला राज्य
3. मेघालय: बादलों का घर
4. मणिपुर: पूर्वोत्तर का गहना
5. मिजोरम: मिजो पहाड़ियों की भूमि
6. नागालैंड: त्योहारों की भूमि
7. त्रिपुरा: कोक बोरोक लोगों की भूमि
8. सिक्किम: हिमालय की रहस्यमयी भूमि

सिक्किम को सात बहनों वाले राज्यों का भाई क्यों कहा जाता है?
सिक्किम को पूर्वोत्तर भारत के सात बहनों वाले राज्यों का 'भाई' कहा जाता है, क्योंकि कई प्रमुख कारक अन्य राज्यों के साथ इसके संबंधों को उजागर करते हैं. सिक्किम भौगोलिक रूप से सात बहनों- अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा- से सिलीगुड़ी कॉरिडोर द्वारा अलग है, जिसे अक्सर 'चिकन नेक' कहा जाता है.

भूमि की यह संकरी पट्टी पूर्वोत्तर राज्यों को शेष भारत से जोड़ती है, जिससे सिक्किम इस सन्निहित समूह का हिस्सा न होकर एक पड़ोसी बन जाता है. 

सिक्किम सात बहनों के साथ सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंध साझा करता है, लेकिन इसकी अपनी अलग पहचान है. 'भाई' शब्द इन अंतरों के बावजूद एक करीबी रिश्ते को दर्शाता है. सिक्किम के विविध जातीय समुदाय और समृद्ध परंपराएं सात बहनों से मेल खाती हैं, जो भौतिक दूरी के बावजूद रिश्तेदारी की भावना को बढ़ावा देती हैं.

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