IND vs NZ 2nd T20: आईसीसी टूर्नामेंट में नॉकआउट से बाहर होने की आदत को बरकरार रखते हुए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया से निकलकर उसके पड़ोसी देश न्यूजीलैंड पहुंच चुकी है, जहां पर वो एक बार फिर द्विपक्षीय सीरीज के अपने दबदबे को बरकरार रखने उतरी है. टी20 विश्वकप के दौरान औसत सी नजर आने वाली भारतीय टीम द्विपक्षीय सीरीज के दौरान इतनी मुश्किल टीम बन जाती है जिसे हरा पाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन नजर आने लगता है.
इसका अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि न्यूजीलैंड की नियमित टीम के खिलाफ हार्दिक पांड्या की कप्तानी वाली अनियमित भारतीय टीम जिसमें कई सारे बड़े नाम गायब हैं वो भी एकतरफा जीत हासिल करने में कामयाब हो रही है. ऐसा भी नहीं कि यह जीत भारतीय मैदान पर है बल्कि यह हार कीवी टीम को उसी के घरेलू मैदान माउंट माउंगनुई पर मिली है.
कीवी टीम के खिलाफ चमके दीपक हुड्डा
सीरीज का पहला मैच बारिश के चलते नहीं हो सका था लेकिन दूसरे मैच में हल्की बूंदा-बांदी के बीच पूरा मैच खेला गया. इस मैच में फैन्स को सूर्यकुमार के मैदान के चारों ओर चौके-छक्कों की बारिश देखने को मिली, तो वहीं पर युजवेंद्र चहल, मोहम्मद सिराज और भुवनेश्वर कुमार की सधी गेंदबाजी भी देखने को मिली.
हालांकि इस मैच में एक ऐसे खिलाड़ी ने भी अपना हुनर दिखाया जिस पर शायद रोहित शर्मा भरोसा नहीं जताते हैं. हम बात कर रहे हैं दीपक हुड्डा की, जिन्हें टी20 विश्वकप के दौरान सिर्फ एक ही मैच में खेलने का मौका मिला जबकि बाकी मैचों में वो बेंच गर्म करते रहे. जिस मैच में मौका मिला उस मैच में हिटमैन ने उनसे मौका होने के बावजूद गेंदबाजी नहीं कराई और टीम को हार का सामना करना पड़ा.
17 गेंद में 4 विकेट झटके
दीपक हुड्डा ने कीवी टीम के खिलाफ खेले गये दूसरे मैच में 2.5 ओवर का स्पेल फेंका और सिर्फ 10 रन देकर 4 विकेट झटक लिये. बल्लेबाजी के दौरान भले ही हुड्डा कुछ खास नहीं कर पाये लेकिन गेंदबाजी में उन्होंने डैरिल मिचेल, ईश सोढ़ी, एडम मिल्ने और टिम साउदी का विकेट अपने नाम किया. हुड्डा ने इस मैच में जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे साबित कर दिया कि उन्हें बॉलिंग ऑलराउंडर के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है.
रोहित के फैसले पर उठाये प्रदर्शन से सवाल
हालांकि बतौर कप्तान रोहित शर्मा की बात करें तो उन्होंने कभी भी दीपक हुड्डा की गेंदबाजी पर भरोसा नहीं जताया और टीम में शामिल करने के बाद भी गेंदबाजी का मौका नहीं दिया. उनका फैसला साफ दर्शाता है कि उन्हें इस खिलाड़ी की गेंदबाजी पर कितना कम भरोसा है. विश्वकप में जिस वक्त अक्षर पटेल और आर अश्विन बुरी तरह मार खा रहे थे वहां पर दीपक हुड्डा न सिर्फ गेंदबाजी में विकल्प बन सकते थे बल्कि बल्लेबाजी में भी गहराई प्रदान करते हैं.
आपको बता दें कि दीपक हुड्डा पिछले कुछ समय से लगातार भारत की बी टीम का हिस्सा बने हुए हैं और आयरलैंड दौरे पर भारतीय टीम के लिये शतक भी लगाया था. दीपक हुड्डा अभी तक भारत के लिए कुल 14 टी20 और 8 वनडे मैच खेल चुके हैं जिसमें 32.56 की औसत से 293 रन बनाए हैं और 5 विकेट हासिल किए हैं.
इसे भी पढ़ें- IND vs NZ: विराट के साथ बल्लेबाजी करने में होती है दिक्कत? शतक के बाद सूर्यकुमार ने कही बड़ी बात
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.