नई दिल्ली: Emotionally Intelligent Kid: अपने बच्चे को फिजिकली फिट रखने के साथ ही उन्हें मेंटली फिट रखना भी पेरेंट्स की बहुत बड़ी जिम्मेदारी होती है. खासतौर पर तब जब माता-पिता दोनों ही वर्किंग हो और वे न्युक्लियर फैमिली में रह रहे हों. इमोशनली स्ट्रॉन्ग न बनने पर आप आपका बच्चा अकेलेपन से गुजर सकता है और उसे बात-बात पर गुस्सा या रोना आ सकता है. ऐसे में उन्हें भावनात्मक तौर पर हमेशा सपोर्ट करें. वहीं उनकी हर बातों को ध्यान से सुनें और समझें और जरूरत पड़ने पर उन्हें सुझाव भी दें. बच्चे के इमोशनली इंटेलिजेंट बनने पर उन्हें हमेशा पॉजिटिव रहने में मदद मिलेगी. वहीं इससे वे दूसरों की समस्या को भी आसानी से समझ सकेंगे.
क्या है इमोशनल इंटेलिजेंस?
इमोशनल इंटेलिजेंस हमारी पर्सनैलिटी के बारे में काफी कुछ बताता है. जो बच्चे इमोशनली इंटेलिजेंट होते हैं वे अपनी भावनाओं पर कंट्रोल रख सकते हैं. वहीं वे दूसरों के साथ सामाजिक रिश्ते बनाने में भी माहिर होते हैं. उनमें कॉन्फिडेंस भी कूट-कूटकर भरा होता है. ऐसे बच्चों को तनाव की समस्या भी कम होती है. इमोशनली इंटेलिजेंट बच्चे दूसरों की परेशानी काफी जल्दी महसूस कर लेते हैं. ऐसे बच्चे दूसरों की परेशानी को दूर करने में भी उनकी मदद करते हैं.
इमोशनली इंटेलिजेंट बच्चों के लक्षण
दूसरों के लिए रखते हैं सहानुभूति
जो बच्चे इमोशनली इंटेलिजेंट होते हैं वे दूसरो की बातों और उनकी भावनाओं को समझते हैं. वे हमेशा अपने साथियों की परेशानी समझते हैं और उनकी हरसंभव मदद करने की कोशिश भी करते हैं. मोशनली इंटेलिजेंट बच्चे अपनी भावनाओं को भी खुलकर शेयर करते हैं.
अच्छी होती है कम्यूनिकेशन स्किल
इमोशनली इंटेलिजेंट बच्चे दूसरों की बातों को भरपूर सुनते-समझते हैं. वहीं वे अपनी बातों को भी खुलकर सामने रखते हैं. इस कारण उनकी कम्यूनिकेशन स्किल बेहद अच्छी होती है. आप उनके पास किसी भी तरह की परेशानी लेकर जाउगे तो वह आपकी बात ध्यान से सुनकर उस पर अपनी राय देंगे.
खुलकर शेयर करते हैं फीलिंग
जो बच्चे अपनी भावनाओं को सबके सामने खुलकर शेयर करते हैं वे भी इमोशनली बेहद इंटेलिजेंट होते हैं. ऐसे बच्चे हंसकर, रोकर और नाराज होकर अच्छे से दूसरों के साथ अपनी भावनाओं को शेयर करते हैं. ऐसा करते हुए उन्हें कोई हिचक महसूस नहीं होती है.
दूसरों की फिलिंग की करते हैं कदर
इमोशनली इंटेलिजेंट बच्चें अपने शब्दों का हमेशा अच्छे से चुनाव करते हैं ताकी सामने वाले व्यक्ति की भावनाओं को ठेस न पहुंचे. ऐसे बच्चे बेहद ही सहजता से नए रिश्ते बना लेते हैं. इन्हें सामाजिक तौर पर काफी पसंद किया जाता है. समाज इन बच्चों की काफी अहमियत भी होती है.
Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लें.
ये भी पढ़ें- Wollen Clothes Care Tips: सालों-साल तक नए दिखेंगे आपके सर्दी वाले कपड़े, ऐसे करें स्टोर
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.