नई दिल्लीः Purani Pension Yojana: पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme, OPS) की बहाली को लेकर तमाम कर्मचारी अड़े हुए हैं. जहां महाराष्ट्र में राज्य सरकार के कर्मचारी पुरानी पेंशन योजना को दोबारा लागू करने के लिए हड़ताल पर बैठे हुए हैं, वहीं अन्य राज्यों में भी इसे लेकर कर्मचारियों की ओर से सरकार पर दबाव बनाने का प्रयास किया जा रहा है.
शनिवार को भी जारी रही हड़ताल
पुरानी पेंशन योजना बहाल करने की मांग को लेकर महाराष्ट्र सरकार के कर्मचारियों की हड़ताल शनिवार को पांचवें दिन भी जारी रही. वहीं कर्मचारी संगठन के नेताओं ने कहा कि अगर सरकार ने कोई निर्णय नहीं लिया तो स्थिति और खराब हो जाएगी. कृषि विभाग के कर्मचारी और अन्य के हड़ताल पर होने के चलते राज्य में बेमौसम बारिश के बाद फसल को हुए नुकसान के आकलन का काम भी प्रभावित हुआ है.
लाखों कर्मचारी 14 मार्च से हैं हड़ताल पर
सरकारी अस्पतालों के नर्सिंग कर्मी और शिक्षकों समेत लाखों कर्मचारी 14 मार्च से हड़ताल पर हैं. राज्य सरकार के कर्मचारियों, अर्द्धसरकारी कर्मचारियों और शिक्षकों के 36 संगठनों की समिति के संयोजक विश्वास काटकर ने कहा कि हड़ताल काफी प्रभावी रही है. उन्होंने एक बयान में कहा, 'अगर सरकार कर्मचारियों को फायदा पहुंचाने वाले फैसले नहीं लेती है तो स्थिति और खराब होगी.'
उत्तराखंड में आंदोलन की चेतावनी
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पुरानी पेंशन बहाली राष्ट्रीय आंदोलन (एनएमओपीएस) उत्तराखंड में ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के लिए आंदोलन तेज करेगा. एनएमओपीएस 16 अप्रैल को जिला स्तर पर मार्च निकाला जाएगा. इसे 50 से ज्यादा मान्यता प्राप्त कर्मचारी संगठनों और दस महासंघ का समर्थन है.
1 मई को निकाला जाएगा संसद मार्च
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रीय पुरानी पेंशन बहाली संयुक्त मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बीपी सिंह रावत और प्रदेश महामंत्री सीताराम पोखरियाल ने कहा कि कर्मचारी पुरानी पेंशन को लेकर आंदोलन को धार देंगे. दिल्ली में 1 मई को संसद मार्च किया जाएगा.
वहीं, फेडरेशन ऑफ मिनिस्टीरियल सर्विसेस एसोसिएशन उत्तराखंड ने प्रशासन को नोटिस भेजा है कि उनकी मांगों का निस्तारण एक महीने में नहीं हुआ तो वे आंदोलन पर जाएंगे.
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