Dehradun: उर्दू के साथ संस्कृत की पढ़ाई, Ex Army man लेंगे क्लास; कुछ ऐसा है देहरादून का मदरसा
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Dehradun: उर्दू के साथ संस्कृत की पढ़ाई, Ex Army man लेंगे क्लास; कुछ ऐसा है देहरादून का मदरसा

Dehradun Madarsa: देहरादून में धामी सरकार ने मॉडर्न मदरसे की शुरुआत की है. इस मदरसे में संस्कृत भी पढ़ाई जाएगी और सेना से रिटायर्ड ऑफिसर क्लास लेंगे. पढ़ें पूरी खबर

Dehradun: उर्दू के साथ संस्कृत की पढ़ाई, Ex Army man लेंगे क्लास; कुछ ऐसा है देहरादून का मदरसा

Dehradun Madarsa: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सबसे मॉडर्न मदरसे की शुरुआत होने जा रही है. इस मदरसे में आधुनिक तरीके से पढ़ाई कराई जाएगी. डॉक्टर एपीजे अब्दुल कलाम के नाम पर शुरू किए गए इस मदरसे में संस्कृत पढ़ाने का प्लान तैयार किया गया है. 

देहरादून के मदरसे में पढ़ाई जाएगी संस्कृत

इस मदरसे के कैंपस को इस तरह तैयार किया गया है कि वह देखने में देशभक्ति वाला लुक देता है. मदरसे में एंट्री करने पर दीवारों पर राष्ट्रवादी सोच की तस्वीर भी देखने को मिलती हैं. इस मदरसे में स्मार्टक्लास रूम्स बनवाए गए हैं, जिसमें एलईडी स्क्रीन के जरिए पढ़ाया जाएगा. 

संस्कृत होगी एक ऑप्शन

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के शादाब शम्स अध्यक्ष का कहना है कि एक ऑप्शनल सब्जेक्ट के तौर पर बच्चे मदरसे में संस्कृत को पढ़ सकेंगे. उन्होंने बताया कि स्टूडेंट्स को रिटायर्ड फौजियों के जरिए क्लास दिलवाई जाएगी. जिससे वह एक राष्ट्रवादी सोच से रूबरू होंगे.

मदरसे में होगा सीबीएसई सलेबस

इस मदरसे में बच्चों को सीबीएसई सलेबस के जरिए पढ़ाया जाएहा और इसके साथ ही मजहबी तालीम भी मुहैया कराई जाएगी. इसके लिए पूरा प्लान सरकार के जरिए तैयार कर लिया गया है. सरकार के इस फैसले का कई लोगों ने इस्तकबाल किया है.

कब शुरू होगा मदरसा

उत्तराखंड वक्फ बोर्ड मदरसा के चेयरमैन शादाब शम्स ने जानकारी दी है कि इस मदरसे का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के जरिए मार्च के महीने में किया जाएगा. इस मदरसे में श्री राम, श्री कृष्णा, महात्मा बुद्ध गुरु नानक, प्रभु ईसा मसीह, मोहम्मद साहब के साहब के साथ-साथ कई महान पुरुषों को पढ़ाया जाएगा.

शम्स ने कहा कि प्रदेश में कई और ऐसे मदरसे खोले जाएंगे और वहां मॉडर्न पढ़ाई कराई जाएगी. उन्होंने कहा कि मुस्लिम बच्चों को राष्ट्रवादी सोच के पाठ पढ़ाए जाएंगे. बता दें, हाल ही में पु्ष्कर सिंह धामी ने मदरसों का सर्वे भी कराया था. जिसमें देखा गया था वहां स्टूडेंट्स किस कंडीशन में पढ़ रहे हैं और क्या उनके पास सभी जरूरी चीजें मौजूद हैं. इसके साथ ही इस सर्वे को करने का मकसद गैर रजिस्टर्ड मदरसों का चिन्हित करना भी था.

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