संभल हिंसा की जांच के लिए आई टीम; बयान दर्ज कराने के लिए मिले 52 एप्लीकेशन
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संभल हिंसा की जांच के लिए आई टीम; बयान दर्ज कराने के लिए मिले 52 एप्लीकेशन

Shahi Masjid News: संभल हिंसा की जांच के लिए न्यायिक टीम संभल पहुंची. इस दौरान उसे बयान दर्ज कराने के लिए 52 एप्लीकेशन मिले. इस दौरान एसपी नेता फिरोज खान और शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली ने भी एप्लीकेशन दिया.

संभल हिंसा की जांच के लिए आई टीम; बयान दर्ज कराने के लिए मिले 52 एप्लीकेशन

Shahi Masjid News: उत्तर प्रदेश के जिला संभल में पिछले साल 24 नवंबर को हिंसा हुई. हिंसा शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई थी. इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई थी. इसके अलावा हिंसा में कई लोग जख्मी हुए थे. इस हिंसा के लिए न्यायिक जांच आयोग की टीम बनाई गई है. यह टीम आज संभल पहुंची. टीम ने यहां 7 घंटे गुजारे. इस मामले में न्यायिक जांच कमेटी को 52 प्रार्थना पत्र मिले.

जांच टीम को मिले 52 एप्लीकेशन
खबर है कि टीम दंगों के मामले में लोगों के बयान दर्ज करने के लिए इसी महीने में दोबारा संभल आ सकती है. हिंसा के मामले में बयान दर्ज कराने के लिए आयोग को 52 एप्लिकेशन मिले हैं. 
सुबह 11 बजे संभल पहुंचे न्यायिक जांच आयोग के सदस्यों ने हिंसा प्रभावित इलाकों के निरीक्षण के बाद PWD गेस्ट हाउस में बयान दर्ज कराने ने इच्छुक लोगों से एप्लिकेशन लिए हैं.

SP नेता टीम के सामने पहुंचे
टीम के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए समाजवादी पार्टी नेता फिरोज खान भी पहुंचे. उन्होंने इस मौके पर कहा कि "हम 24 नवंबर को हुई हिंसा के बारे में और संभल के लोगों की परेशानी के बारे में न्यायिक जांच आयोग को बताने के लिए यहां आए हैं." 

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मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष भी पहुंचे
शाही जामा मस्जिद कमेटी के अध्यक्ष जफर अली एडवोकेट भी टीम के सामने अपना बयान दर्ज कराने के लिए पहुंचे. उन्होंने कहा कि "न्यायिक जांच आयोग की टीम शाही जामा मस्जिद पहुंची थी. न्यायिक जांच आयोग हम से हिंसा के बारे में कोई बात नहीं पूछी बल्कि शाही जामा मस्जिद के अंदर मौजूद हौज, कब्रों, रास्तों और एक पुराने पेड़ के बारे में पूछा. हमने उन्हें बताया की यह पेड़ दो सौ चार सौ साल पुराना है." उन्होंने बताया है कि आज टीम ने बयान दर्ज नहीं किया है. उन्होंने अगली बार बयान दर्ज करने का आश्वासन दिया है.

क्या है पूरा मामला?
ख्याल रहे कि 24 नवंबर 2024 को अदालत के आदेश पर सर्वे टीम शाही जामा मस्जिद के सर्वे के लिए पहुंची थी. इस दौरान भीड़ के साथ पुलिस की मुठभेड़ हो गई. इसके बाद पूरे इलाके में हिंसा फैल गई. हिंसा में 4 लोगों की मौत हो गई. कई लोग जख्मी हो गए. जख्मी हुए लोगों में पुलिसवाले भी शामिल थे. पुलिस ने इस मामले में 70 लोगों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का इल्जाम है कि गोली भीड़ की तरफ से चलाई गई जबकि विपक्षी नेताओं का कहना है कि पुलिस ने निजी हथियारों से गोली चलाई जिसकी वजह से 4 लोगों की मौत हो गई.

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