वो कौन से 3 कारण हैं, जिनकी वजह से इजरायल हुआ सीजफायर के लिए राजी, लेकिन रखी ये शर्त?
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वो कौन से 3 कारण हैं, जिनकी वजह से इजरायल हुआ सीजफायर के लिए राजी, लेकिन रखी ये शर्त?

Israel Hezbollah Ceasefire Deal: 8 अक्तूबर को हिजबुल्लाह और इजरायल ने एक दूसरे के खिलाफ युद्ध का ऐलान कर दिया. इजरायली हमले अब तक 3,768 लेबनानी नागरिकों की मौत हो गई है. जबकि 15,699 जख्मी हुए हैं. इस बीच इजरायल सीजफायर के लिए राजी हो गया है.

वो कौन से 3 कारण हैं, जिनकी वजह से इजरायल हुआ सीजफायर के लिए राजी, लेकिन रखी ये शर्त?

Israel Hezbollah Ceasefire Deal: इजराइल और हिजबुल्लाह के बीच सीजफायर पर सहमति बन गई है. इस समझौते के बाद हिजबुल्लाह और इजराइल एक दूसरे पर हमला नहीं करेंगे. सबसे खास बात यह है कि दोनों के बीच 60 दिनों के लिए सीजफायर पर सहमति बन गई है. इस बीच, इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने 26 नवंबर को कहा कि वह तीन कारणों और शर्तों पर युद्धविराम पर सहमत हुए हैं. आइए जानते हैं इजरायल के वो तीन कारण जिसकी वजह से सीजफायर के लिए राजी हुआ है.

पहला कारण- ईरान से खतरा
नेतन्याहू ने पहली वजह बताते हुए कहा कि हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष विराम समय की मांग है क्योंकि इजरायली सेना फिलहाल ईरान से मिलने वाली चुनौती पर ध्यान केंद्रित करना चाहती है. 

दूसरा कारण- हथियारों की डिलवरी में देरी
साथ ही नेतन्याहू ने दूसरा कारण बताते हुए कहा कि इजरायली सेना के हथियारों के भंडार को फिर से भरने की जरूरत है. इसमें छिपाने वाली कोई बात नहीं है कि हथियारों और गोला-बारूद की डिलीवरी में काफी देरी हुई. हमें अभी और उन्नत हथियारों की आपूर्ति की जानी है ताकि हमारे सैनिक सुरक्षित रहें और हम दोगुनी ताकत से जवाबी कार्रवाई कर सकें.

क्या है तीसरा कारण
उन्होंने तीसरा कारण बताते हुए कहा कि हिज़्बुल्लाह के साथ संघर्ष विराम हमास को अलग-थलग करने का भी एक तरीका है. हमास शुरू से ही हिजबुल्लाह पर निर्भर था. वह युद्ध में हिजबुल्लाह की मदद ले रहा था. अब हिजबुल्लाह के साथ संघर्ष विराम के बाद वह अलग-थलग पड़ जाएगा. ऐसे में अगर हिजबुल्लाह संघर्ष विराम के नियमों का उल्लंघन करता है और हमास की मदद करता है तो इजरायल जवाबी कार्रवाई करेगा.

इन शर्तों पर सीजफायर
इजराइल कुछ शर्तों पर युद्ध विराम के लिए राजी हुआ है. यानी अगर आने वाले दिनों में हिजबुल्लाह इजराइल की ये शर्तें नहीं मानता है तो इजराइली सेना लेबनान पर दोबारा हमला कर सकती है. आइए जानते हैं इजराइल की वो शर्त क्या है. इजरायल का पहला शर्त हैं कि अगर हिजबुल्लाह हमास की मदद करता है, तो उसपर दोबारा हमला किया जाएगा. इसके अलावा खुद को हथियारबंद करने की कोशिश करता है, तो भी इजरायल हिजबुल्लाह पर हमला करेगा. साथ ही नेतन्याहू ने कहा कि वह रॉकेट लॉन्च करता है, अगर वह सुरंग खोदता है, अगर वह रॉकेट ले जाने वाला ट्रक लाता है, तो हम हमला करेंगे.

 

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