Jammu and Kashmir: टेरर फंडिंग मामले में NIA ने की छापेमारी, जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा है मामला
Advertisement
trendingNow,recommendedStories0/zeesalaam/zeesalaam1389689

Jammu and Kashmir: टेरर फंडिंग मामले में NIA ने की छापेमारी, जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा है मामला

NIA Raid in Jammu and Kashmir: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने जम्मू व कश्मीर के कई इलाकों में छापेमारी की है. जम्मू कश्मीर के ताल्लुक से टेरर फंडिंग के मामले में ये छापेमारी की गई. इसके तहत जमात-ए-इस्लामी के कई ठिकानों पर छापेमारी की गई.

Jammu and Kashmir: टेरर फंडिंग मामले में NIA ने की छापेमारी, जमात-ए-इस्लामी से जुड़ा है मामला

NIA Raid in Jammu and Kashmir: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने मंगलवार को जमात-ए-इस्लामी, जम्मू-कश्मीर से संबंधित टेरर फंडिंग मामले में जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापे मारे. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि स्थानीय पुलिस और सीआरपीएफ की मदद से एनआईए के जवान राजौरी, पुंछ, पुलवामा, शोपियां और जम्मू-कश्मीर के कुछ अन्य स्थानों पर छापेमारी कर रहे थे. सूत्रों ने कहा, "ये छापे एनआईए द्वारा टेरर फंडिंग मामले में चल रही जांच का हिस्सा हैं." आरोप है कि संदिग्ध आतंकी फंडिंग में शामिल थे. 

fallback

2019 में किया गया जमात-ए-इस्लामी में बैन

जमात-ए-इस्लामी को 2019 में एक गैरकानूनी संघ घोषित किया गया था, लेकिन इसने धर्मार्थ उद्देश्यों के बहाने विभिन्न रूपों में धन जुटाना जारी रखा. इन फंडों को कथित तौर पर कश्मीर घाटी के साथ-साथ शेष भारत में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए हिज्ब-उल-मुजाहिदीन, लश्कर-ए-तैयबा आदि जैसे आतंकवादी संगठनों को दिया जा रहा था.

यह भी पढ़ें: 8 में से एक शख्स है मानसिक रोगी, WHO ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का किया आह्वान

जब्त किए जरूरी दस्तावेज

मामला 5 फरवरी, 2021 को स्वत: दर्ज किया गया था. NIA ने पहले मामले में चार लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दायर किया था. NIA ने अगस्त में छह स्थानों पर छापे मारे थे और आपत्तिजनक साहित्य, जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर द्वारा जुटाए गए धन की प्राप्ति, बैंक और संपत्ति से संबंधित दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण बरामद किए थे. 

PFI पर हुई छापेमारी

ख्याल रहे कि इससे पहले NIA ने देश भर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के कई ठिकानों पर छापेमारी की थी. छापेमारी में PFI के साढ़े तीन सौ से ज्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इसके बाद इस संगठन को 5 साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है. पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर टेरर फंडिंग के आरोप लगे थे. आरोप ये भी थे कि संगठन ने युवाओं को बहलाया फुसलाया और प्रतिबंधित संगठन में शामिल होने के लिए उकसाया.

इसी तरह की और खबरों को पढ़ने के लिए zeesalaam.in पर विजिट करें.

 

Trending news