Manipur Violence News: कांग्रेस नेता राहुल गांधी मणिपुर के दौरे है. मणिपुर पिछले महीने जातीय हिंसा का दंस झेल रहा है. आज राहुल गांधी राहत शिविर केंद्र का दौरा करेंगे. वहा पर जातीय हिंसा के कारण विस्थापित हुए लोगों से मिलेंगे.
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Manipur Violence News: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी शुक्रवार को मणिपुर में जातीय हिंसा के कारण प्रभावित लोगों से मिलने के लिए मणिपुर के मोइरांग पहुंचे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी सुबह करीब साढ़े नौ बजे इंफाल से हेलिकॉप्टर से मोइरांग पहुंचे और दो राहत शिविरों में कई प्रभावित लोगों से मुलाकात की और उनकी समस्याएं सुनीं है. उनके साथ मणिपुर के पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह, पार्टी महासचिव केसी वेणुगोपाल, मणिपुर अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र सिंह और पूर्व सांसद अजय कुमार भी थे.
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को एक इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा कि "मणिपुर में हिंसा के कारण अपने प्रियजनों और घरों को खोने वाले लोगों की दुर्दशा को देखना और सुनना दिल दहला देने वाला है. मैं जिस भी भाई, बहन और बच्चे से मिलता हूं. उसके चेहरे पर मदद की पुकार होती है."
आगे उन्होंने कहा कि "मणिपुर को अब सबसे महत्वपूर्ण चीज़ शांति की ज़रूरत है. हमारे लोगों के जीवन और आजीविका को सुरक्षित करने के लिए. हमारे सभी प्रयासों को उस लक्ष्य की ओर एकजुट होना चाहिए."
जानकारी के लिए बता दें कि मोइरांग को ऐतिहासिक रूप से उस शहर के रूप में जाना जाता है. जहां आईएनए ने 1944 में भारतीय तिरंगा फहराया था.
राहुल गांधी मणिपुर में फैली जातीय हिंसा वाले इलाके में अपनी दो दिवसीय यात्रा के दूसरे दिन 10 समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों के नेताओं और नागरिक समाज के सदस्यों से भी मुलाकात करेंगे.
मणिपुर पीसीसी अध्यक्ष कीशम मेघचंद्र ने कहा कि "राहुल गांधी सभी प्रभावित परिवारों से मिलेंगे और मोइरांग में राहत शिविरों का दौरा करेंगे. उसके बाद वह इंफाल वापस आएंगे. इंफाल होटल में वह नागरिक समाज संगठन के नेताओं, यूनाइटेड नागा काउंसिल के नेताओं, 10 समान विचारधारा वाले राजनीतिक दलों और महिला नेताओं से मुलाकात करेंगे. वह यहां केवल शांति के लिए हैं.''
गुरुवार को पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जातीय संघर्ष में सबसे बुरी तरह प्रभावित शहरों में से एक चुराचांदपुर में राहत शिविरों का दौरा किया था. यात्रा के दौरान भारी ड्रामा हुआ. क्योंकि उनके काफिले को बिष्णुपुर में स्थानीय पुलिस ने रोक दिया था. इस डर से कि काफिले पर हमले हो सकते हैं. अंततः राहुल गांधी वापस लौटे और हेलिकॉप्टर से चुराचांदपुर के लिए उड़ान भरी और वहा जातीय हिंसा से प्रभावित लोगों से मुलाकात की.
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