Speed Limit: ओवरस्पीडिंग खतरनाक होती है. इससे एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ जाता है. इसीलिए, ओवरस्पीडिंग को लेकर नियम बनाए गए हैं. अलग-अलग सड़कों पर अलग-अलग स्पीड लिमिट तय की गई है.
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Speed Limit On Indian Roads: ओवरस्पीडिंग खतरनाक होती है. इससे एक्सीडेंट होने का खतरा बढ़ जाता है. इसीलिए, ओवरस्पीडिंग को लेकर नियम बनाए गए हैं. अलग-अलग सड़कों पर अलग-अलग स्पीड लिमिट तय की गई है. आप नोटिस भी करते होंगे कि कुछ सड़कों पर 60 किलोमीटर प्रति घंटे की स्पीड लिमिट है तो वहीं कुछ पर 80kmph, 100kmph या फिर 120 kmph तक की स्पीड लिमिट होती है. भारत में अधिकतम स्पीड लिमिट 120 किलोमीटर प्रति घंटे तक की है. हालांकि, जगह, सड़क और वाहन के हिसाब से स्पीड लिमिट अलग-अलग होती है. इस संबंध में भारत सरकार द्वारा 6 अप्रैल 2018 को एक अधिसूचना भी जारी कई गई थी.
इसके अनुसार, यात्रियों को ले जाने के लिए उपयोग किए जाने वाले ऐसे मोटर वाहनों, जिनमें चालक की सीट के अलावा आठ से अधिक सीटें ना हों (एम1 श्रेणी के वाहन), ऐसे वाहनों के लिए एक्सप्रेसवे (एक्सेस कंट्रोल के साथ) पर अधिकतम स्पीड 120 किलोमीटर प्रतिघंटा है. कारें इसी कैटेगरी में आती है. वहीं, M2 और M3 श्रेणी के वाहनों (जिनमें ड्राइवर के अलावा नौ या अधिक सीटें होती हैं) के लिए स्पीड लिमिट 100 किलोमीटर प्रतिघंटा है. इनके अलावा, वैसे तो मोटरसाइकिलों को ज्यादातर एक्सप्रेसवे पर जाने की अनुमति नहीं होती है लेकिन अगर कहीं पर ऐसा होता है तो उनके लिए स्पीड लिमिट 80kmpl होगी.
ऐसे ही 4-लेन या उससे ज्यादा वाले हाइवे (मीडियन स्ट्रिप्स/डिवाइडर वाली सड़कें) पर एम1 श्रेणी के वाहन के लिए 100kmph, M2 और M3 श्रेणी के वाहनों के लिए 90kmph और मोटरसाइकिलों के लिए 80kmph की स्पीड लिमिट है. इसके अलावा, नगर निगम के तहत आने वाली सड़कों पर एम1 श्रेणी के वाहन के लिए 70kmph, M2 और M3 श्रेणी के वाहनों के लिए 60kmph और मोटरसाइकिलों के लिए 60kmph की स्पीड लिमिट है. इसके अलावा, अन्य सड़कों नगर निगम के तहत आने वाली सड़कों वाली स्पीड लिमिट ही फॉलो होती है.
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