अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर लगा झटका, ADB ने घटाया भारत के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान
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अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर लगा झटका, ADB ने घटाया भारत के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान

भारत विश्व की तीसरी इकोनॉमी बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. देश की इकोनॉमी उसी रफ्तार से आगे बढ़ रही है. लेकिन इस रफ्तार को एशियन डेवलपमेंट बैंक यानी एडीबी के अनुमान से झटका लगा है. एडीबी ने भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया है.

 अर्थव्यवस्था के मोर्चे पर लगा झटका, ADB ने घटाया भारत के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान

ADB Growth: भारत विश्व की तीसरी इकोनॉमी बनने का लक्ष्य लेकर चल रहा है. देश की इकोनॉमी उसी रफ्तार से आगे बढ़ रही है. लेकिन इस रफ्तार को एशियन डेवलपमेंट बैंक यानी एडीबी के अनुमान से झटका लगा है. एडीबी ने भारत की इकोनॉमिक ग्रोथ के अनुमान को कम कर दिया है. एडीबी के भारत के जीडीपी ग्रोथ के अनुमान को  घटाकर 6.5 फीसदी कर दिया है.  

 घटाया भारत के ग्रोथ का अनुमान  
 
एडीबी ने चालू वित्त वर्ष के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है. एडीबी ने निजी निवेश और आवास मांग में उम्मीद से कम वृद्धि के चलते ग्रोथ रेट को घटाने का फैसला किया.  कारण चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए भारत की आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान सात प्रतिशत से घटाकर 6.5 प्रतिशत कर दिया है. 

वित्त वर्ष 2025-26 के लिए ग्रोथ का अनुमान 

वहीं वित्त वर्ष 2025-26 के लिए भारत के वृद्धि अनुमान को भी 7.2 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया है.एशियाई विकास परिदृश्य (एडीओ) की बुधवार को जारी रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी व्यापार, राजकोषीय तथा आव्रजन नीतियों में बदलाव से विकासशील एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र में वृद्धि प्रभावित हो सकती है और महंगाई बढ़ सकती है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि एशिया और प्रशांत क्षेत्र की अर्थव्यवस्थाओं के 2024 में 4.9 प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान है, जो एडीबी द्वारा सितंबर में लगाए गए पांच प्रतिशत के अनुमान से थोड़ा कम है. एडीबी ने कहा,  निजी निवेश और आवास मांग में उम्मीद से कम वृद्धि से भारत की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष में 6.5 प्रतिशत रहने का अनुमान है. पहले भारतीय अर्थव्यवस्था के सात प्रतिशत की दर से बढ़ने का अनुमान था.  

आरबीआई के जीडीपी ग्रोथ का अनुमान  

एडीबी ने अगले वित्त वर्ष के लिए भी वृद्धि दर के अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर सात प्रतिशत कर दिया गया है. भारतीय रिजर्व बैंक ने भी चालू वित्त वर्ष के लिए वृद्धि अनुमान को 7.2 प्रतिशत से घटाकर पिछले सप्ताह 6.6 प्रतिशत कर दिया था.  केंद्रीय बैंक ने आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती तथा खाद्य पदार्थों की कीमतों में तेजी को देखते हुए मुद्रास्फीति का अनुमान भी बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया था. भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की वृद्धि दर चालू वित्त वर्ष 2024-25 की जुलाई-सितंबर तिमाही में सात तिमाहियों के निचले स्तर 5.4 प्रतिशत पर आ गई थी, जबकि आरबीआई ने स्वयं इसके सात प्रतिशत पर रहने का अनुमान लगाया था.इनपुट- भाषा 

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