₹81000 करोड़ स्वाहा...मार्केट की बेरुखी से सिर्फ आप ही नहीं बड़े-बड़ों के निकल रहे आंसू, दमानी, झुनझुनवाला जैसे खिलाड़ी भी नपे
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₹81000 करोड़ स्वाहा...मार्केट की बेरुखी से सिर्फ आप ही नहीं बड़े-बड़ों के निकल रहे आंसू, दमानी, झुनझुनवाला जैसे खिलाड़ी भी नपे

भारतीय शेयर बाजार के बुरे दिन खत्म ही नहीं हो रहे हैं. सितंबर तिमाही के बाद से गिरावट का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सेंसेक्स की खराब हालात देख निवेशकों का दिल बैठा जा रहा है.

₹81000 करोड़ स्वाहा...मार्केट की बेरुखी से सिर्फ आप ही नहीं बड़े-बड़ों के निकल रहे आंसू, दमानी, झुनझुनवाला जैसे खिलाड़ी भी नपे

Share Market Crash: भारतीय शेयर बाजार के बुरे दिन खत्म ही नहीं हो रहे हैं. सितंबर तिमाही के बाद से गिरावट का ऐसा सिलसिला शुरू हुआ जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है. सेंसेक्स की खराब हालात देख निवेशकों का दिल बैठा जा रहा है. खास कर छोटे रिटेल निवेशकों की स्थिति सबसे ज्यादा खराब है.  इस गिरावट ने सिर्फ छोटे निवेशकों की ही नहीं बल्कि बड़े-बड़े दिग्गजों की हालत खराब कर रखी है. दिग्गज निवेशकों के पोर्टफोलियो पर भी इसका असर साफ़ दिखाई दिया है.  

बड़े-बड़े हुए ढेर  

इस गिरावट ने बड़े-बड़े निवेशकों को भी नहीं बख्शा है. शेयर मार्केट के बिग बुल माने जाने वाले निवेशकों की के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.  उनके शेयर पोर्टफोलियो की वैल्यू 25% से 30% तक गिर गई है. अगर आंकडों को देखें तो टॉप 10 निवेशकों के पोर्टफोलियो की कुल वैल्यू 1 अक्टूबर से अब तक 81,000 करोड़ रुपये तक गिर गई है.  

सबसे ज्यादा नुकसान  

शेयर बाजार की नाराजगी का सबसे ज्यादा खामियाजा डीमार्ट के फाउंडर राधाकृष्ण दमानी को जेलना पड़ रहा है. अक्टूबर से अब तक पोर्टफोलियों में गिरावट की वजह से उनक संपत्ति  64,000 करोड़ रुपये तक घट चुकी है. सिर्फ दमानी ही नहीं बल्कि शेयर मार्केट के इस गिरावट के चपेट में  हेमेंद्र कोठारी, दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला की फैमिली आकाश भंसाली जैसे दिग्गज भी शामिल हैं.  झुनझुनवाला की फैमिली का नुकसान 1 अक्टूबर से अब तक 19 फीसदी पर पहुंच गया है.  

किसको कितना नुकसान  

शेयर बाजार की सुनामी में बैंकर से उद्यमी बने हेमेंद्र कोठारी की लिस्टेड कंपनियों का वेल्थ 29 फीसदी तक गिर गया है.  डी-मार्ट के संस्थापक राधाकिशन दमानी के पोर्टफोलियो में 28 प्रतिशत तक धड़ाम हो चुकी है तो वहीं विश्वास पटेल के पोर्टफोलियो में 27 प्रतिशत की गिरावट आई है. इसकी चपेट में राजेश कुमार और भावुक त्रिपाठी भी शामिल हैं, उनके पोर्टफोलियो में क्रमश: 23 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली है. हालांकि कुछ निवेशक इस तूफान का सामना करने में सफल रहे हैं. मुकुल अग्रवाल, आशीष कचोलिया और युसुफ अली कादर जैसे निवेशकों का नुकसान सिंगल डिजिट में है.  जबकि  मनीष जैन का पोर्टफोलियो सितंबर तिमाही के बाद से लगभग 33 प्रतिशत बढ़ा है. 

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