Anti Drone Systems: दुनिया भर में एक से बढ़कर एक तकनीक तैयार हो चुकी है. इनमें ड्रोन भी शामिल हैं जो कई अहम कामों में काम आते हैं. हालांकि कई बार कुछ लोग इनका गलत इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में उनसे बचने के लिए एंटी ड्रोन सिस्टम बनाए गए हैं, तो चलिए जानते हैं इनके बारे में.
एंटी-ड्रोन सिस्टम्स का इस्तेमाल दुश्मन ड्रोन को बेअसर करने के लिए किया जाता है. ये सिस्टम अलग-अलग तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं, जैसे कि जामिंग, लेजर, मिसाइल और साइबर हमले. यहां हम आपको दुनिया के 5 सबसे खतरनाक एंटी-ड्रोन सिस्टम्स के बारे में बताने जा रहे हैं.
अमेरिका का एक बेहद उन्नत एंटी-ड्रोन सिस्टम है, जिसे अमेरिकी वायु सेना रिसर्च लैब (AFRL) ने बनाया है. यह हाई-पावर माइक्रोवेव तकनीक का इस्तेमाल करता है और एक साथ कई ड्रोन को तबाह कर सकता है. इसका माइक्रोवेव बीम दुश्मन ड्रोन के इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम को जला देता है, जिससे वे काम करना बंद कर देते हैं.
यह ड्रोन इजरायल की डिफेंस कंपनी (Rafael Advanced Defense Systems) के ज़रिए तैयार किया गया है. यह रेडियो-फ्रीक्वेंसी (RF) जामिंग और लेजर तकनीक का इस्तेमाल करता है और दुश्मन ड्रोन को पहले पहचानता है और फिर उसे इलेक्ट्रॉनिक रूप से नाकाम कर देता है या लेजर बीम से पूरी तरह तबाह कर देता है.
जर्मनी की कंपनी Hensoldt के ज़रिए बनाया गया एक बेहद ताकतवर एंटी-ड्रोन सिस्टम है. यह हाई-पावर जामिंग और डायरेक्टेड एनर्जी वेपन तकनीक का इस्तेमाल करता है, जिससे यह बेहद सटीकता के साथ ड्रोन को हवा में ही तबाह कर सकता है.
यूनाइटेड किंगडम की कंपनी OpenWorks Engineering का एक अनोखा एंटी-ड्रोन सिस्टम है. यह किसी भी ड्रोन को जाल (नेट) के जरिए पकड़ सकता है और उसे बिना नुकसान पहुंचाए जमीन पर गिरा सकता है. यह पोर्टेबल सिस्टम कई सिक्योरिटी एजेंसियों और सैन्य बलों के ज़रिए इस्तेमाल किया जाता है.
इजरायल के ज़रिए बनाया गया यह दुनिया के सबसे घातक एंटी-ड्रोन सिस्टम में से एक है. इसे Rafael Advanced Defense Systems ने तैयार किया है. यह हाई-एनर्जी लेजर तकनीक का इस्तेमाल करता है, जो न सिर्फ ड्रोन बल्कि मिसाइल और मोर्टार शेल्स को भी सेकंडों में जला सकता है.
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