Which Candidate Should Not Choose IFS: विकास दिव्यकीर्ति सर ने यूपीएससी कैंडिडेट्स से अनुरोध किया है कि वे परीक्षा क्लियर करने के बाद फॉरन सर्विसेज को चुनने से बचें, वरना उन्हें कई कारणों से भविष्य में पछताना पड़ सकता है.
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Which Candidate Should Not Choose IFS: भारत में हर साल लाखों उम्मीदवार यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा देते हैं, लेकिन उनमें से केवल 900 से 1000 उम्मीदवार ही इस परीक्षा को क्रैक कर IAS, IPS या IFS समेत अन्य ऑफिसर का पद हासिल कर पाते हैं. अब एक सवाल सामने आता है कि जिन उम्मीदवारों के पास पद चुनने की चॉइस होती है, उन उम्मीदवारों को अपने अनुसार कौन सा पद चुनना चाहिए? इसके अलावा एक अहम सवाल यह भी है कि किन उम्मीदवारों को कौन सा पद नहीं चुनना चाहिए. ऐसे में आज हम उन उम्मीदवारों की बात करेंगे, जिन्हें गलती से भी UPSC क्रैक करने के बाद Indian Foreign Services (IFS) का चयन नहीं करना चाहिए. इसको लेकर देश भर में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कराने वाले मशहूर शिक्षक व दृष्टि आईएएस (Drishti IAS) के फाउंडर विकास दिव्यकीर्ति ने भी उम्मीदवारों को सतर्क रहने के लिए कहा है.
जानें किस उम्मीदवार को नहीं लेना चाहिए IFS
सबसे पहले अगर बात करें कि किन उम्मीदवारों को गलती से भी IFS नहीं चुनना चाहिए, तो ये उन उम्मीदवारों के लिए है, जिन्हें विदेश घूमना तो अच्छा लगता है, लेकिन विदेश में लंबे समय तक रहना नहीं. या फिर वो उम्मीदवार जो विदेश में रहकर लंबे समय तक एडजस्ट नहीं कर सकते, उन्हें भी किसी भी कीमत पर Indian Foreign Services का चयन नहीं करना चाहिए.
इसलिए ना करें Indian Foreign Services का चयन
इंडियन फॉरन सर्विसेस का चयन ना करने को लेकर विकास दिव्यकीर्ति सर बताते हैं कि परीक्षा पास करने के बाद IFS का चयन करना तो आसान है, लेकिन जिन उम्मीदवारों को विदेश में रहने में दिक्कत होती है, वे लंबे समय तक इस सर्विस में काम नहीं कर पाते. इसके अलावा अगर उम्मीदवार यह सोच रहे हैं कि अगर उन्हें दिक्कत हुई, तो वे सर्विस में काम करते हुए ही दोबारा UPSC की सिविल सेवा परीक्षा दे देंगे और अच्छी रैंक हासिल करके IAS या IPS का पद हासिल कर लेंगे. लेकिन बता दें कि यह इतना आसान नहीं है.
पूरी जिंदगी पड़ेगा पछताना
सिर्फ IAS और IFS को छोड़कर आप किसी भी सर्विस में रहते हुए दोबारा UPSC की परीक्षा देकर कोई दूसरा पद हासिल कर सकते हो, लेकिन अगर आप IAS या IFS हैं, तो आपको दोबारा परीक्षा देने के लिए पहले अपने पद से इस्तीफा देना होगा. इस्तीफा देने के बाद ही आप दोबारा यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा दे सकेंगे. अब इसमें खतरा यह है कि इसकी कोई गारंटी नहीं है कि आप दोबारा यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा क्रैक कर पाएं. ऐसे में आप ना घर से रहेंगे ना घाट के और आपको पूरी जिंदगी पछताना पड़ेगा. इसलिए इस खबर के माध्यम से हम आपको बताना चाह रहे हैं कि आप सोच समझ कर और अपने अनुसार ही सही पद का चयन करें.