Jumma Chumma De De: हम से पहले Amitabh Bachchan की इन दो फिल्मों में रखा गया था यह गाना, लेकिन हुआ कैंसिल
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Jumma Chumma De De: हम से पहले Amitabh Bachchan की इन दो फिल्मों में रखा गया था यह गाना, लेकिन हुआ कैंसिल

Amitabh Bachchan Songs: अमिताभ बच्चन पर फिल्माए बेहतरीन गानों की फेहरिस्त बहुत लंबी है और उनमें हर मूड-सिचुएश के गाने हैं. हिंदी सिनेमा में कई गानों की भी अनोखी कहानियां हैं. ऐसी कहानी इस गाने की भी है, जुम्मा चुम्मा दे दे. आज भी यह खूब सुना जाता है.

 

Jumma Chumma De De: हम से पहले Amitabh Bachchan की इन दो फिल्मों में रखा गया था यह गाना, लेकिन हुआ कैंसिल

Amitabh Bachchan Birthday: सिनेमा को किस्मत का खेल माना जाता है. बहुत-से लोग आते हैं और फिल्मों में किस्मत आजमाते हैं. बहुत-सी फिल्मों का मुहूर्त होता है और पूरी नहीं होती है. कभी पूरी भी हो जाती हैं तो रिलीज नहीं होती. किस्मत यह भी है कि कोई कहानी किसी एक्टर के लिए लिखी जाती है, कोई दूसरा उसमें काम करता है. यह भी किस्मत ही है कि कोई गाना किसी फिल्म के लिए तैयार किया जाता है, वह किसी और फिल्म में शामिल हो जाता है. कुछ ऐसा ही अमिताभ बच्चन की फिल्म हम (1991) के सबसे चर्चित गाने, जुम्मा चुम्मा दे दे के साथ हुआ. यह गाना आज 30 साल बाद भी खूब सुना और देखा जाता है.

तैयार हुआ ब्लॉकबस्टर
जुम्मा चुम्मा दे दे... यह गाना हम से पहले अमिताभ बच्चन की दो फिल्मों में शूट होने के लिए रखा गया, लेकिन दोनों बार कैंसिल कर दिया गया. असल में यह गाना तैयार किया गया था 1980 के दशक में बन रही निर्माता रमेश सिप्पी की फिल्म राम की सीता श्याम की गीता के लिए. फिल्म में श्रीदेवी डबल रोल में थीं. श्रीदेवी के साथ अमिताभ बच्चन और अनुपम खेर जैसे कलाकार इसमें थे. लेकिन फिल्म किन्हीं कारणों से कुछ रील शूट होने के बाद बीच में बंद हो गई. सिप्पी ने संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल से बॉलीवुड के उस समय नं.1 हीरो और न.1 हीरोइन के लिए ब्लॉकबस्टर गाना तैयार करने को कहा था. जुम्मा चुम्मा की धुन और कंपोजीशन एक अफ्रीकी गाने से प्रेरित थी. कहा जाता है कि जुम्मा चुम्मा दे दे का कुछ हिस्सा अमिताभ-श्रीदेवी ने शूट भी कर लिया था.

बदल गई फिल्में
जब राम की सीता श्याम की गीता नहीं बनी तो फिल्म अग्निपथ (1990) के निर्देशक मुकुल आनंद ने रमेश सिप्पी से जुम्मा चुम्मा... गाना अपनी फिल्म में देने का अनुरोध किया. फिल्म में यह गाना अमिताभ बच्चन और अर्चना पूरन सिंह पर फिल्माया जाना था. लेकिन बाद में मुकुल आनंद ने अपनी फिल्म पर नए सिरे से गौर किया तो उन्हें लगा कि यहां गाना सही ढंग से फिट नहीं होगा. असल में अग्निपथ में अमिताभ का रोल इस तरह का नहीं था कि उन पर नाच-गाना जमता. अतः एक बार फिर से यह गाना शूट नहीं हुआ. लेकिन जब मुकुल आनंद ने अपनी अगली फिल्म हम (1991) प्लान की, तो उसमें इस गाने के लिए बराबर जगह बनी. तब उन्होंने जुम्मा चुम्मा दे दे... को हम में रखा और इसे अमिताभ बच्चन-किमी काटकर पर शूट किया गया. गाने ने धूम मचा दी.

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