खाते वक्त कैंसर खुद देता है अपने होने का सबूत, किलर डिजीज के 5 रेड फ्लैग भूल से भी न करें मिस
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खाते वक्त कैंसर खुद देता है अपने होने का सबूत, किलर डिजीज के 5 रेड फ्लैग भूल से भी न करें मिस


Warning Sign Of Cancer: कैंसर के लक्षण हमेशा साफ और गंभीर नहीं होते और कई बार सामान्य पाचन समस्याओं के रूप में भी सामने आते हैं. ऐसे में अगर आप डिनर के दौरान इन लक्षणों में से कोई भी लक्षण महसूस करें, तो इसे नजरअंदाज न करें.

खाते वक्त कैंसर खुद देता है अपने होने का सबूत, किलर डिजीज के 5 रेड फ्लैग भूल से भी न करें मिस

कई प्रकार के कैंसर शुरुआती स्टेज पर कोई गंभीर लक्षण नहीं पैदा करते हैं, और तब तक पहचान में नहीं आते जब तक वह फैलने न जाए. लेकिन इसके बावजूद कुछ ऐसे संकेत हैं, जो दिखने में बहुत ही मामूली होते हैं पर इसके जरिए कैंसर सही समय पर पहुंचा जा सकता है.

अगर आप शरीर पर ध्यान दें, तो कैंसर के लक्षण आपको खाने के दौरान भी नजर आ सकते हैं. यहां हम आपको 5 ऐसे ही कैंसर के संकेतों के बारे में यहां बता रहे हैं, जिसे नजरअंदाज करना मौत को बुलावा देने जैसा हो सकता है-

निगलने में परेशानी

खाने के दौरान खाना गले में फंसा हुआ है या निगलते वक्त दर्द हो रहा है, तो यह कैंसर का एक संकेत हो सकता है. इसे डिस्पैगिया कहा जाता है. इस समस्या में धीरे-धीरे दर्द बढ़ता जाता है, और समय के साथ यह और गंभीर हो सकता है. यह लक्षण मुंह, गला या आहार नलिका के कैंसर से जुड़ा होता है.

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बार-बार हाजमा खराब होना

जब हाजमा खराब होता है, तो यह आमतौर पर कोई बड़ी चिंता का विषय नहीं होता, लेकिन अगर छाती में जलन, पेट का फूलना, और बार-बार डकार आने की समस्या लगातार बनी रहे और दर्दनाक हो, तो यह खाने की नली कैंसर का संकेत हो सकता है.

जल्दी से पेट भरना

दो निवाला खाते ही पेट भरा हुआ महसूस होने लगे तो यह भी एक चेतावनी संकेत है. यह आमतौर पर सूजन या पेट के अल्सर के कारण हो सकता है, लेकिन यह ओवेरियन कैंसर, पेट के कैंसर या पैंक्रियाटिक कैंसर में कई बार यह दिक्कत होती है.

उल्टी और मतली

अगर आप खाने के बाद मितली और उल्टी महसूस करते हैं, तो इसे आमतौर पर खाना खराब या गैस्ट्राइटिस के रूप में समझा जाता है. लेकिन यह लक्षण पैंक्रियाटिक कैंसर, पेट के कैंसर, या यहां तक कि मस्तिष्क ट्यूमर का भी संकेत हो सकते हैं.

आंतों की आदतों में बदलाव

आंतों की आदतों में बदलाव जैसे दस्त, कब्ज, या मल का रंग बदलना, विशेष रूप से अगर यह खाने के बाद होता है, तो यह पैंक्रियाटिक कैंसर या पेट के कैंसर के कारण हो सकते हैं. यदि आप इनमें से किसी भी बदलाव का अनुभव कर रहे हैं, तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें.
 

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Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.

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