Atul Subhash: 2038 से पहले मत खोलना... 4 साल के बेटे के लिए अतुल सुभाष ने छोड़ा है खास गिफ्ट! सुसाइड नोट के शब्द झकझोर रहे
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Atul Subhash: 2038 से पहले मत खोलना... 4 साल के बेटे के लिए अतुल सुभाष ने छोड़ा है खास गिफ्ट! सुसाइड नोट के शब्द झकझोर रहे

Atul Subhash Case Update: अतुल सुभाष की आत्महत्या ने सारे देश को हिलाकर रख दिया है. करप्शन की तमाम हदों को पार कर देने वाले इस मामले में अतुल सुभाष के पत्र में बेटे के लिए भी काफी कुछ लिखा गया है. कहा जा रहा है कि उसने अपने बेटे व्योम के लिए एक खास गिफ्ट और एक पत्र छोड़ा है.

Atul Subhash: 2038 से पहले मत खोलना... 4 साल के बेटे के लिए अतुल सुभाष ने छोड़ा है खास गिफ्ट! सुसाइड नोट के शब्द झकझोर रहे

Atul Subhash News: मंगलवार से लेकर अभी तक सोशल मीडिया पर एक ही नाम चर्चा का विषय बना हुआ है और वो नाम अतुल सुभाष. लोग अतुल सुभाष को इंसाफ देने की मांग कर रहे हैं. अतुल की कहानी जो भी सुन रहा है वो हैरान हो रहा है. मूल रूप से बिहार के रहने वाले 34 वर्षीय अतुल ने बेंगलुरु में अपनी सांसों पर पूर्ण विराम लगा दिया. अतुल ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया और ससुराल वालों पर संगीन आरोप लगा हैं. अतुल का कहना है कि उसकी पत्नी उसी के ज़रिए कमाए गए पैसों का इस्तेमाल उसी के खिलाफ करती है. ऐसे में वो इस सप्लाई की बुनियाद को ही खत्म करने जा रहा है. 

खुदकुशी करने से पहले अतुल ने 24 पन्नों का दर्दभरा नोट भी लिखा है. जिसकी लगभग हर लाइन में अतुल का दर्द नजर साफ झलक रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अतुल ने अपने 4 वर्षीय बेटे के लिए भी एक खास तोहफा और खत छोड़ा है. हालांकि उसने बेटे पर यह पाबंदी लगा दी है कि वो इस पत्र को 2038 तक ना खोले.

'तुम्हारी तस्वीर देखे बिना चेहरा याद नहीं आता...'

अतुल ने अपने सुसाइड नोट में बेटे के लिए लिखा,'अपने बेटे व्योम के लिए, मैं कुछ कहना चाहता हूं. मुझे उम्मीद है कि एक दिन वह इसे समझने के लिए पर्याप्त समझदार बनेगा. जब मैंने तुम्हें पहली बार देखा था, तो सोचा था कि मैं तुम्हारे लिए कभी भी अपनी जान दे सकता हूं. लेकिन दुख की बात है कि मैं तुम्हारी वजह से अपनी जान दे रहा हूं. मुझे अब तुम्हारा चेहरा भी याद नहीं आता जब तक कि मैं तुम्हारी तस्वीरें न देखूं. अब मैं तुम्हारे बारे में कुछ भी महसूस नहीं करता, सिवाय कभी-कभी हल्के से दर्द के. अब तुम सिर्फ एक ऐसे औजार की तरह लगते हो जिसका इस्तेमाल करके मुझसे और ज्यादा उगाही की जाएगी.'

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'पिता के लिए तुम्हें भी कुर्बान कर सकता हूं...'

बात यहीं खत्म नहीं होती अतुल अपने बेटे व्योम के लिए आगे लिखता है,'हो सकता है तुम्हें दुख हो लेकिन हकीकत यह है कि अब तुम एक गलती की तरह महसूस होते हो और ये शर्मनाक व्यवस्था एक बच्चे को उसके पिता के लिए बोझ बना देती है.' अतुल ने कहा,'जब तक मैं जीवित हूं और पैसे कमाता हूं, वे तुम्हें मेरे माता-पिता और भाई पर तुम्हारा एक औजार की तरह इस्तेमाल करते रहेंगे लेकिन मैं ऐसा कभी नहीं होने दूंगा. मैं तुम्हारे लिए 100 बेटों की कुर्बानी दे सकता हूं, लेकिन अपने पिता के सम्मान के लिए तुम्हें भी कुर्बान कर सकता हूं. मुझे शक है कि तुम कभी समझ पाओगे कि पिता क्या होते हैं.'

'तुम्हारे लिए गाड़ी के पैसे बचाने शुरू कर दिए थे...'

अतुल ने बेटे के लिए लिखा,'मेरे जाने के बाद कोई पैसा नहीं रहेगा, इसलिए हो सकता है कि मामले की हकीकत पर ध्यान दिया जाए और एक दिन तुम अपनी मां और उसके लालची परिवार का असली चेहरा जान पाओगे.' अतुल ने आगे लिखा,'मुझे अक्सर हंसी आती है जब याद करता हूं कि मैंने तुम्हारे कॉलेज जाने पर तुम्हारे लिए एक कार खरीदने के लिए (महंगाई को ध्यान में रखते हुए) पैसे बचाना शुरू किया था. कितनी मूर्खता थी मेरी.' अतुल कहता है,'न समाज पर भरोसा करना, न व्यवस्था पर, क्योंकि ये दोनों तुमसे अपना पेट भरना चाहती है.अगर मेरे खून का अंश तुममें जीता रहा तो तुम पूरे दिल से जीओगे, अपने दिमाग से खूबसूरत चीजें गढ़ोगे और समस्याओं को खत्म करोगे.'

'2038 में खोलने को कहा खत'

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उसने अपने साढ़े चार साल के बेटे के लिए एक खत और एक गिफ्ट छोड़ा है. लेकिन उसने यह सब खोलने से पहले एक शर्त रख दी है. बताया जा रहा है कि अतुल ने 2038 में यह खोलने के लिए किया है. इसके पीछे क्या वजह है यह तो नहीं पता, लेकिन अतुल के बेटे की उम्र को देखें तो ऐसा लग रहा है जसे वो यह चाहता हो कि जब उसका बेटा बालिग हो जाए तो तभी यह सब खोले. 

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