Motihari News: स्क्रैप पाइप का खेल! मोतिहारी के PHED विभाग का करप्शन या मामला कुछ और, इन 9 सवालों का कौन देगा उत्तर?
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2650676

Motihari News: स्क्रैप पाइप का खेल! मोतिहारी के PHED विभाग का करप्शन या मामला कुछ और, इन 9 सवालों का कौन देगा उत्तर?

Motihari News: पीएचईडी विभाग में बड़े पैमाने पर स्क्रैप पाइप की बिक्री किए जाने का मामला सामने आया है. पुलिस ने रविवार को स्क्रैप पाइप लदी एक पिकअप सहित पीएचईडी के 2 कर्मियों को पकड़ा था और बाद में उन्हें रिहा कर दिया. इस पूरे घटनाक्रम में बड़े करप्शन की आशंका नजर आ रही है.

स्क्रैप पाइप

Motihari News: मोतिहारी का लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग यानी पीएचईडी विभाग सुर्खियों में आ गया है. विभाग में बड़े पैमाने पर स्क्रैप पाइप की बिक्री किए जाने का मामला सामने आया है. मामला उस वक्त खुल गया जब पुलिस ने स्क्रैप पाइप लदी एक पिकअप सहित पीएचईडी के 2 कर्मियों को पकड़ लिया. मामला थाने तक पहुंच गया और थाने से रफा-दफा भी हो गया. दरअसल, यह मामला रविवार को उस वक्त सामने आया, जब कचहरी चौक पर पुलिस ने एक पिकअप को रोका. पिकअप में स्क्रैप पाइप लोड थे. पूछताछ के दौरान शक होने पर पुलिस उस पिकअप को थाने ले आई और चालक सहित पीएचईडी के दो कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया. तीनों को लॉकअप में भी बंद कर दिया गया. इसके बाद पीएचईडी के ही कर्मचारी चन्दन कुमार थाने पहुंचे और सभी को पुलिस से छुड़वाया.

एक नजर में आपको लग रहा होगा यह मामला पूरी तरह पाक-साफ है. पुलिस ने शक के आधार सामान पकड़ा और विधि सम्मत कार्रवाई के बाद छोड़ दिया. लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में कुछ सवाल ऐसे हैं जो बड़े करप्शन की ओर इशारा कर रहे हैं.

  • सवाल नंबर- 1: रविवार के छुट्टी वाले दिन रात को आठ बजे किस हालात और परिस्थिति में गोदाम से सामान निकला?
  • सवाल नंबर- 2: जब भी गोदाम से सामान निकलता है उसके साथ इंडेंड भी होता है तो गाड़ी के साथ इंडेंड क्यों नहीं था. अगर था तो नगर थाना ने पकड़ा क्यों?
  • सवाल नंबर- 3: अगर सबकुछ ठीक था तो रात में पकड़े सामान को विभागीय सामान बताने ने दूसरे दिन के दोपहर के बाद तक का समय क्यों लग गया?
  • सवाल नंबर- 4: गोदाम से जब भी कोई सामान इश्यू होता है तो वह कार्य स्थल के लिए होता है तो उक्त सामान किस कार्य स्थल के लिए निकला था?
  • सवाल नंबर- 5: नगर थाना के द्वारा जब्त पाइप सीआई मॉडल का है, जो पिछले करीब दस साल से पीएचईडी विभाग के उपयोग में नहीं है. तो यह किस कार्य स्थल के लिए जा रहा था?  
  • सवाल नंबर- 6: स्टोर से निकाला गया स्क्रैप वाला पाइप पीएचईडी के बेलीसराय वाले ऑफिस में जा रहा था तो क्यों? तो क्या नगर थाना के द्वारा जब्त सामान को छोड़ने से पहले इन सभी बिंदुओं पर जांच नहीं नहीं करनी चाहिए थी?
  • सवाल नंबर- 7: अगर सर्किट हाउस के पास के बेगमपुर स्टोर से सामान को पीएचडी के बेलीसराय कार्यालय शिफ्ट किया जा रहा था तो क्यों? नगर थाना के द्वारा एक गाड़ी को पकड़े जाने से पहले और बाद में कितनी गाड़ी से सामान शिफ्ट किया गया है? और अगर नहीं तो कैसे समझा जाए की सामान शिफ्ट किया जा रहा था?
  • सवाल नंबर- 8: उक्त मामले में नगर थाना में स्टेशन डायरी हुआ है की नहीं? लॉकअप में बंद करने के बाद हाजत पंजी में इंट्री हुई या नहीं?
  • सवाल नंबर- 9: क्या पुलिस ने संज्ञेय अपराध मानकर लॉकअप में बंद किया था? अगर तीनों व्यक्ति निर्दोष थे तो उन्हें लॉकअप में क्यों रखा गया था?

ये भी पढ़ें- तेजस्वी कर रहे माई-बहिन योजना का वादा, RJD विधायक ने मनरेगा में किया फैमिली घोटाला!

इन सवालों से लगता है कि पीएचडी विभाग ने पुलिस की आंखों में धूल झोंक दिया है. सूत्रों के मुताबिक, स्क्रैप का पाइप बाजार में बिकने जा रहा था. पुलिस ने माल पकड़ कर पूरी योजना पर पानी फेर दिया. इसके बाद जिस तरह से सभी को रिहा कर दिया गया, उससे पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं. 

इनपुट- पंकज कुमार

बिहार की नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहाँ पढ़ें Bihar News in Hindi और पाएं Bihar latest News in Hindi  हर पल की जानकारी । बिहार की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार। जुड़े रहें हमारे साथ और बने रहें अपडेटेड!

Trending news