चिलचिलाती धूप में बिना पानी के काम करने को मजबूर, गर्मी से बचने के लिए सरकारी गोदाम में नहीं है कोई व्यवस्था
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar1688370

चिलचिलाती धूप में बिना पानी के काम करने को मजबूर, गर्मी से बचने के लिए सरकारी गोदाम में नहीं है कोई व्यवस्था

Bihar News: बिहार में तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है. मौसम को देखते हुए सरकार लोगों को लू से बचाव को लेकर निर्देश जारी कर रही है लेकिन जब सरकारी कार्य में लगे मजदूरों की बात करें तो सरकार उस निर्देश को ताक पर रखकर काम कराती है.

चिलचिलाती धूप में बिना पानी के काम करने को मजबूर, गर्मी से बचने के लिए सरकारी गोदाम में नहीं है कोई व्यवस्था

कैमूर:Bihar News: बिहार में तापमान लगातार बढ़ते जा रहा है. मौसम को देखते हुए सरकार लोगों को लू से बचाव को लेकर निर्देश जारी कर रही है लेकिन जब सरकारी कार्य में लगे मजदूरों की बात करें तो सरकार उस निर्देश को ताक पर रखकर काम कराती है. कैमूर जिले के प्रखंड मुख्यालय भभुआ स्थित एसएफसी गोदाम में चिलचिलाती धूप में नियमों को ताक पर रखकर मजदूरों से अनाज का ढुलाई कराया जा रहा है. ना तो उन्हें पीने के लिए पानी की व्यवस्था है और न ही शौचालय की व्यवस्था है. कड़ी धूप में दिन के दोपहर में मजदूर ट्रक से अनाज उतारते दिखे. अपने परिवार का पेट पालने के लिए यह मजदूर चिलचिलाती धूप में काम करने को मजबूर हैं, लेकिन सरकार के स्तर से किसी भी प्रकार की सुविधाएं मुहैया नहीं कराने से नाराज दिखे.

जानकारी देते हुए एसएफसी भभुआ गोदाम के पोल दार शिवलाल बताते हैं एसएफसी गोदाम भभुआ पर हम लोग पोलदारी करने के लिए सुबह 9:00 से 5:00 बजे तक रहते हैं. भीषण गर्मी में हम लोगों के लिए कोई व्यवस्था नहीं किया गया, गोदाम के आस-पास कोई पेयजल की ना व्यवस्था है और न ही शौचालय की व्यवस्था है .पानी पीने के लिए यहां से दूर पीएचडी ऑफिस जाना पड़ता है या फिर उससे भी दूर सड़क तरफ जाना पड़ता है. इस कैंपस में पहले चापाकल लगा था जो अब खराब हो चुका है इससे काफी परेशानी होती है.

जानकारी देते हुए एसएफसी भभुआ के डीएम राजीव कुमार बताते हैं लेबर सुबह 9:00 बजे खा पीकर आते हैं जो अनाज की ढुलाई करते हैं. बीच में उन्हें ब्रेक भी मिलता है. लेबर को बाहर नहीं जाना है गोदाम के अंदर ही काम करना है. अगर कोई बड़ा वाहन आता है तो सुबह में ही उनको उतार लिया जाता है नहीं तो दिन में रेस्ट करके फिर उतारा जाता है. वहां पर पानी की व्यवस्था उपलब्ध है अगर पेयजल की कोई समस्या है तो गोदाम प्रबंधक की जिम्मेदारी है कि उन्हें पेयजल की व्यवस्था हर हाल में करना है.

इनपुट- मुकुल जायसवाल

ये भी पढ़ें- रितेश पांडेय ने लिए साउथ की एक्ट्रेस संग सात फेरे! शादी के जोड़े में वायरल हुई तस्वीर

Trending news