Bihar Politics: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह और विधायक सिद्धार्थ सौरभ प्रेस कांफ्रेंस में क्यों नहीं आए, अचानक दिल्ली जाने से उठे सवाल
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Bihar Politics: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह और विधायक सिद्धार्थ सौरभ प्रेस कांफ्रेंस में क्यों नहीं आए, अचानक दिल्ली जाने से उठे सवाल

Bihar Politics News: राजद की ओर से जेडीयू को तोड़ने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि 16 विधायकों के मोबाइल फोन बंद हैं और वे राजद नेताओं के संपर्क में हैं. राजद के भाई वीरेंद्र, मृत्युंजय तिवारी, सुनील सिंह आदि नेता दावा कर रहे हैं कि तेजस्वी यादव असली खिलाड़ी हैं और 12 तारीख को जो खेला होने वाला है, वो तेजस्वी यादव ही करेंगे.

अखिलेश प्रताप सिंह और विधायक सिद्धार्थ सौरभ

Bihar Politics: बिहार में फ्लोर टेस्ट से पहले एक बार फिर राजनीतिक संकट मंडराने के संकेत मिल रहे हैं. जोड़तोड़ के दावे और प्रतिदावे के बीच कांग्रेस और जेडीयू विधायकों में टूट की बात कही जा रही है. कांग्रेस ने तो इस डर से अपने विधायकों को हैदराबाद भेज दिया है. वहीं, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रताप सिंह, विधायक सिद्धार्थ सौरभ के साथ दिल्ली पहुंचे हुए हैं. पहले विधायक सिद्धार्थ सौरभ और प्रदेश अध्यक्ष दोनों को पटना में गुरुवार को होने वाले प्रेस कांफ्रेंस में शामिल होना था लेकिन प्रेस कांफ्रेंस से कुछ घंटे पहले ही दोनो नेता दिल्ली निकल गए. इसको लेकर कांग्रेस प्रवक्ता राजेश राठौर ने कहा की दोनों लोग किसी कार्यवश नहीं आ सके. जब राजेश राठौर से पूछा गया कि उन दोनों नेताओं को क्या कांग्रेस आलाकमान ने दिल्ली बुलाया है तो उनका कहना था कि आलाकमान के साथ तो रहते ही हैं वो. विधायक सिद्धार्थ सौरभ साथ में हैं, साथ में थे और साथ में रहेंगे.

इससे पहले, कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था. जिस दिन झारखंड की राजधानी रांची में चंपई सोरेन विधानसभा में बहुमत साबित कर रहे थे, उस समय बिहार कांग्रेस के विधायक चार मीनार के शहर हैदराबाद के सफर पर निकल गए थे. वहां उन विधायकों को एक रिजॉर्ट में ठहराया गया है. बताया जा रहा है कि ये विधायक 12 फरवरी की सुबह या फिर 11 फरवरी की शाम को पटना लौटेंगे और वोटिंग में शामिल होंगे. कांग्रेस को डर था कि पटना में रहने से उनके विधायकों को तोड़ा जा सकता है.

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इस बीच अब राजद की ओर से जेडीयू को तोड़ने की बात कही जा रही है. बताया जा रहा है कि 16 विधायकों के मोबाइल फोन बंद हैं और वे राजद नेताओं के संपर्क में हैं. राजद के भाई वीरेंद्र, मृत्युंजय तिवारी, सुनील सिंह आदि नेता दावा कर रहे हैं कि तेजस्वी यादव असली खिलाड़ी हैं और 12 तारीख को जो खेला होने वाला है, वो तेजस्वी यादव ही करेंगे. विश्वास प्रस्ताव से पहले सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से इस तरह का माइंडगेम खेला जा रहा है. देखना यह है कि इस माइंडगेम में कौन भारी पड़ता है. 

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इस बीच विधानसभा के स्पीकर अवध बिहारी चौधरी ने इस्तीफा न देने की बात कहकर सनसनी मचा दी है. राजद इस बहाने यह संदेश देने में जुटा है कि वह इस माइंडगेम में आगे निकल चुका है तो जेडीयू की ओर से लगातार इस बात का खंडन किया जा रहा है और जेडीयू का कहना है कि उनके सभी विधायक संपर्क में हैं और 11 फरवरी की शाम को वे विजय कुमार चौधरी के घर पर मीटिंग में हिस्सा लेंगे और उसके बाद अगले दिन विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेंगे.

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