निबंधन कार्यालय बना भू माफियाओं का अड्डा, मामला जानकर उड़ जाएंगे होश
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निबंधन कार्यालय बना भू माफियाओं का अड्डा, मामला जानकर उड़ जाएंगे होश

बिहार के मोतिहारी का निबंधन कार्यालय ऐसे लगता है मानो भू-माफियाओं के कब्जे में हो. यहां पर फर्जी महिला के घर पर जाकर कमीशन पर बहाल निबन्धन कर्मी करोड़ों के जमीन की रजिस्ट्री कर देते हैं.

निबंधन कार्यालय बना भू माफियाओं का अड्डा, मामला जानकर उड़ जाएंगे होश

मोतिहारी : बिहार के मोतिहारी का निबंधन कार्यालय ऐसे लगता है मानो भू-माफियाओं के कब्जे में हो. यहां पर फर्जी महिला के घर पर जाकर कमीशन पर बहाल निबन्धन कर्मी करोड़ों के जमीन की रजिस्ट्री कर देते हैं. हद तो यह भी है निबन्धन के दौरान डीड पर फोटो किसी और महिला का है जबकि रजिस्ट्री के दौरान का वीडियो किसी और महिला का बनाया गया है. घालमेल का आलम यहां तक है कि डीड के पहले पन्ने पर महिला के हस्ताक्षर हैं और रकम 10 लाख लिखी हुई है तो अंदर के पन्ने पर रकम 26 लाख और हस्ताक्षर की जगह अंगूठे के निशान हैं. 

फोटो किसी और का डीड पर और किसी और महिला की वीडियो बनाकर कर दी जमीन रजिस्ट्री 
क्या आपकी जमीन कोई और बेच सकता है आप कहेंगे नहीं! पर मोतिहारी में ऐसा होता है! आपके नाम की जमीन कोई दूसरा व्यक्ति बेच देगा और आपको पता भी नहीं चलेगा और अगर पता चल भी गया तो डीड कैन्सिल करवाने के लिए आपको कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने होंगे. मोतिहारी नगर निगम क्षेत्र और सुगौली अंचल की करोड़ों की जमीन निबन्धन कार्यालय के मिलीभगत से बेच दी गई है. जमीन की असली मालकिन शीला देवी को पता ही नहीं चला और बकायदा निबंधन कार्यालय के कर्मी ने कमीशन पर बहाल होकर एक फर्जी शीला देवी के घर पर जाकर करोड़ों की जमीन की रजिस्ट्री कर दी. तारीख 12-5-2022 को टोकन नंबर-5445 से हुई रजिस्ट्री के दौरान जमीन रजिस्ट्री करने वाली फर्जी शीला देवी का वीडियो भी बनाया गया. वीडियो में फर्जी शीला देवी बनी महिला जमीन की रजिस्ट्री करने की बात कह रही है. 

जमीन के डीड के पन्नों में जमीन की कीमत अलग-अलग 
जमीन की वो डीड जिसके पहले पन्ने पर असली शीला देवी की फोटो लगी हुई है और उसी पन्ने पर शीला देवी के हस्ताक्षर और 10 लाख रुपया पाने का जिक्र भी है. जबकि डीड के दूसरे पन्ने पर रकम 26 लाख लिखा हुआ है और विक्रेता शीला देवी की हस्ताक्षर की जगह अंगूठे का निशान लगा हुआ है. सवाल उठता है कि निबंधन करने कमीशन पर बहाल जो कर्मी कथित शीला देवी के घर पर पहुंचे थे उन्होंने डीड पर लगे तस्वीर और निबन्धन कर रही महिला का मिलान क्यों नहीं किया ? डीड के पहले पन्ने पर शीला देवी की हस्ताक्षर है तो बाकी के पन्ने पर अंगूठे का निशान कैसे? एक ही महिला शिक्षित और अनपढ़ कैसे हो सकती है? डीड के पन्नों पर जमीन की कीमल अलग-अलग कैसे दिख रही है. 

मोतिहारी के डीएम ने दिया कार्रवाई का भरोसा 
जब फर्जी शीला देवी के घर पर जाकर निबन्धन करने वाले कर्मी रामप्रवेश सिंह से इस बाबत जानना चाहा की डीड में हस्ताक्षर और अंगूठे के निशान दोनों ही है तो फिर एक महिला अनपढ़ और शिक्षित दोनों कैसे हो गई तो रामप्रवेश सिंह के पास कोई जवाब नहीं था. मोतिहारी के डीएम शीर्षत कपिल अशोक को जब निबंधन कार्यालय में चल रहे इस खेल की जानकारी मिली तो उन्होंने जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिया है. 
(Report- Pankaj Kumar)

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