'यूपी में का-बा' गाने के जवाब में 'यूपी में बाबा' गाने वाली कवयित्री अनामिका जैन अंबर को बिहार के सोनपुर में कल काव्य पाठ करने से रोक दिया गया. जिसकी जानकारी अनामिका ने फेसबुक लाइव के जरिए सभी को दी.
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पटनाः 'यूपी में का-बा' गाने के जवाब में 'यूपी में बाबा' गाने वाली कवयित्री अनामिका जैन अंबर को बिहार के सोनपुर में कल काव्य पाठ करने से रोक दिया गया. जिसकी जानकारी अनामिका ने फेसबुक लाइव के जरिए सभी को दी. जिसमें उन्होंने बताया कि एक महीने पहले उन्हे इस मेले में कविता करने के लिए आयोजन आया था. उन्हें पटना में पहुंचने के बाद पता चला कि पटना में सोनपुर में उनके रुकने का इंतजाम नहीं था और फिर उन्हें बताया गया कि उन्हें इस कार्य पाठ में भाग नहीं लेना है. वहीं अनामिका ने अपने फेसबुक लाइव में आरोप लगाया था कि बिहार सरकार उनसे डर गई है और सरकार को डर था कि कहीं उनकी सच्चाई सबके सामने ना आ जाएं.
बिहार से जुड़ी इस कविता को सुनाने वाली थी आज
अनामिका ने ज़ी बिहार झारखंड पर बात करते हुए बताया कि वो आज इस कविता को प्रस्तुत करने वाली थी. आज अनामिका बिहार के ऊपर कविता सुनाने वाली थी. 'नालंदा के ज्ञानदीप ने कितने मानस शुद्ध दिए, नालंदा के ज्ञानदीप ने कितने मानस शुद्ध दिए, विश्व विजेता के पथ जिनके बेटों ने अवरुद्ध दिए, माटी पार्स जेसी जिसकी मगध कहो या वैशाली, हमे बिहारी धरती ने ही महावीर और बुद्ध दिए....'
साथी कवियों ने दिया था साथ
अनामिका ने अपने फेसबुक लाइव में आगे बताया था कि पिछले दिनों जो भक्ति गीत वायरल हुए हैं. जिसके कारण उन्हें काव्य पाठ नहीं करने दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि करीब दो से तीन घंटे बात करने के बाद यह निष्कर्ष निकला कि अनामिका अंबर काव्य पाठ नहीं करेगी. इसके अलावा उन्होंने अपने साथी कवियों को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि सौरव सुमन, प्रतीक गुप्ता, प्रशांत बजरंगी का बहुत धन्यवाद जिन्होंने उनका साथ दिया. उनके साथ कवियों ने कहा कि अगर अनामिका अंबर काव्य पाठ नहीं करेंगी तो वे भी नहीं करेंगे.
बेहद दुखी थी अनामिका
इसके अलावा उन्होंने बताया था कि उनके खिलाफ अफवाह फैलाई गई है कि वे सोनपुर मेले में नहीं पहुंची हैं. वे दिल्ली जाने के लिए पटना एयरपोर्ट पर बैठी थी. उन्होंने कहा कि उन्हें बहुत दुख है कि वे दिनकर जी की धरती से यानी पटना से बिना कविता पढ़े जा रही हैं. उनका कहना है कि सरकार को अपने बारे में सुनना चाहिए और उन्होंने कहा कि वे नहीं जानती कि सरकार को उनसे किस बात का डर है.
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