Health Tips: इस वायरस से बचकर रहें मर्द? चपेट में आए तो नहीं कर पाएंगे बच्चे, पढ़ें ये खास जानकारी
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2424450

Health Tips: इस वायरस से बचकर रहें मर्द? चपेट में आए तो नहीं कर पाएंगे बच्चे, पढ़ें ये खास जानकारी

HPV Cause Infertility in Hindi: डॉ. वीके मोंगा के अनुसार एक स्टडी जो फ्रंटियर्स इन सेलुलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी नाम की मैग्जीन में प्रकाशित हुई है, उसमें यह पता चला है कि हाई रिस्क वाले एचपीवी जीनोटाइप से संक्रमित पुरुषों में ऑक्सीडेटिव तनाव और कमजोर इम्यून सिस्टम की वजह से स्पर्म की संख्या कम हो सकती है.

Health Tips: इस वायरस से बचकर रहें मर्द? चपेट में आए तो नहीं कर पाएंगे बच्चे, पढ़ें ये खास जानकारी

Men Fertility : एक नई स्टडी में यह पाया गया है कि ह्यूमन पैपिलोमावायरस (HPV) से पुरुषों में बांझपन (इनफर्टिलिटी) का खतरा बढ़ सकता है. इस वायरस से लो स्पर्म क्वालिटी और स्पर्म काउंट में कमी आ सकती है. पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर वीके मोंगा ने बताया कि अर्जेंटीना की यूनिवर्सिडाड नेशनल डी कॉर्डोबा के शोधकर्ताओं के अनुसार पुरुष एचपीवी संक्रमण के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं. इसके कारण जननांग मस्से, मुंह, गले और एनस जैसी खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं, जिनमें सबसे बड़ी समस्या नपुंसकता की होती है.

पब्लिक हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर वीके मोंगा के अनुसार इस अध्ययन को फ्रंटियर्स इन सेलुलर एंड इंफेक्शन माइक्रोबायोलॉजी नामक मैग्जीन में प्रकाशित किया गया है. शोध में यह पाया गया कि हाई-रिस्क वाले एचपीवी जीनोटाइप से संक्रमित पुरुषों में ऑक्सीडेटिव तनाव और खराब इम्यून रिस्पॉन्स के कारण स्पर्म की क्वालिटी खराब हो जाती है. साथ ही कहा कि एचपीवी संक्रमण पुरुषों में आम है और यह स्पर्म की क्वालिटी पर अलग-अलग असर डाल सकता है. खासकर हाई-रिस्क एचपीवी जीनोटाइप से संक्रमित पुरुषों में प्रजनन क्षमता काफी हद तक प्रभावित हो सकती है.

इसके अलावा उन्होंने कहा कि द लांसेट मैग्जीन में प्रकाशित एक और स्टडी के मुताबिक 15 साल से ज्यादा उम्र के हर तीन में से एक पुरुष एचपीवी से आंशिक रूप से संक्रमित होता है. पांच में से एक पुरुष हाई-रिस्क एचपीवी से संक्रमित हो सकता है. इस नई स्टडी में 2018 से 2021 के बीच अर्जेंटीना में 205 पुरुषों पर शोध किया गया, जिनमें से किसी ने एचपीवी वैक्सीन नहीं ली थी. अध्ययन में 29% पुरुष एचपीवी पॉजिटिव पाए गए, जिनमें से 20% हाई-रिस्क और 7% लो-रिस्क एचपीवी से संक्रमित थे.

साथ ही इस स्टडी के अनुसार एचआर-एचपीवी (हाई-रिस्क एचपीवी) पॉजिटिव पुरुषों में स्पर्म की गुणवत्ता पर नकारात्मक प्रभाव देखा गया. उनके सीमेन में CD45+ व्हाइट ब्लड सेल्स की संख्या कम पाई गई, जिससे प्रजनन क्षमता पर असर पड़ा. इससे यह निष्कर्ष निकला कि एचपीवी संक्रमण से पुरुषों की प्रजनन क्षमता कमजोर हो सकती है, खासकर जब उनका इम्यून सिस्टम कमजोर होता है.

Disclaimer: जानकारी के लिए बता दें कि इस लेख में दी गई जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. किसी भी सुझाव पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

ये भी पढ़िए- Vastu Tips for Money: सुबह उठते ही घर में कर लें बस ये साधारण सा काम, चुंबक की तरह खिंचा चला आएगा पैसा

 

Trending news