Patna Metro News: पटना मेट्रो का अंडरग्राउंड कॉरिडोर का निर्माण तेजी से चल रहा है. सिविल काम का 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है. मोइन उल हक स्टेडियम में अप और डाउन लाइन ट्रैक के लिए टनलिंग का काम चल रहा है. जनवरी, 2027 तक कॉरिडोर चालू होने की उम्मीद है.
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Patna Metro: बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो उन लोगों के लिए खास तोहफा है, जो लोग सड़क पर जाम में फंस जाते हैं. सड़क पर ट्रैफिक की वजह से उनको लेट हो जाता है. जब मेट्रो पटना में दौड़ने लगेगी, तब आपको ट्रैफिक से निजात मिल जाएगा. इतना ही नहीं लंबी दूरी वह कम वक्त में तय कर लेंगे. हम इस ऑर्टिकल में आपको बताएंगे कि 2 लाइनों और 24 स्टेशनों के साथ पटना मेट्रो का काम कब पूरा होगा.
दरअसल, 2 लाइनों और 24 स्टेशनों के साथ पटना मेट्रो एक शहरी मास रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (MRTS) है, जो बिहार की राजधानी और सबसे बड़े शहर पटना में पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) की तरफ से निर्माणाधीन है. 30.91 किमी लंबी पटना मेट्रो के चरण 1 की परियोजना रिपोर्ट (DPR) राइट्स तैयार की गई थी और 9 फरवरी, 2016 को बिहार राज्य सरकार की तरफ से अनुमोदित की गई थी.
बिहार सरकार ने 25 सितंबर 2018 को इसके कार्यान्वयन के लिए ऑपरेटर के रूप में पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (PMRCL) के गठन को मंजूरी दे दी, जिसने बदले में दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) को सामान्य सलाहकार (GC) नियुक्त किया. इस परियोजना को 6 फरवरी, 2019 को केंद्र सरकार की मंजूरी मिली और पीएम मोदी ने 17 फरवरी, 2019 को इसकी आधारशिला रखी.
2027 तक कॉरिडोर चालू होने की उम्मीद
पटना मेट्रो का अंडरग्राउंड कॉरिडोर का निर्माण तेजी से चल रहा है. सिविल काम का 40 प्रतिशत पूरा हो चुका है. मोइन उल हक स्टेडियम में अप और डाउन लाइन ट्रैक के लिए टनलिंग का काम चल रहा है. जनवरी, 2027 तक कॉरिडोर चालू होने की उम्मीद है.
पटना मेट्रो किराया
पटना मेट्रो की किराया और नियमों की अभी घोषणा नहीं की गई है. वाणिज्यिक परिचालन शुरू होने के करीब इसे अंतिम रूप दिया जाएगा. पटना मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन अपने स्वचालित किराया संग्रह (AFC) सिस्टम के लिए नई तकनीकों का इस्तेमाल करने की योजना बना रहा है ताकि क्यूआर कोड और नियर फील्ड कम्युनिकेशन (NFC) फोन को सिस्टम का उपयोग करने की अनुमति मिल सके.