जो कंपनी भागलपुर में पुल का निर्माण कर रही है वो पंचकूला की है. नीतीश सरकार ने इस कंपनी को प्रदेश में 7 अन्य पुल बनाने का ठेका दिया हुआ है. भागलपुर में पुल गिरने के बाद से कंपनी के सभी कर्मचारी फरार बताए जा रहे हैं.
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Bhagalpur Bridge Collapse: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का सपना एक बार फिर से टूट गया. हम बात कर रहे हैं सीएम के ड्रीम प्रोजेक्ट भागलपुर ब्रिज की. रविवार (5 जून) की शाम को पुल ऐसे धरासाई हो गया, जैसे सीमेंट की जगह गारे (मिट्टी) से बनाया जा रहा हो. कमाल की बात ये है कि मुख्यमंत्री ने जिस कंपनी को इस पुल को बनाने का ठेका दिया है, उसी कंपनी को प्रदेश में 7 और पुल बनाने का काम सौंपा हुआ है. भागलपुर के निर्माणाधीन पुल को तो सभी देख रहे हैं, बाकी के सभी 7 पुलों की हालत क्या होगी, भगवान जानें.
अभी तक ये पुल चार बार टूट चुका है, जिसके चलते लोग अब ये कह रहे हैं कि क्या इस पुल पर कभी कोई चल भी पाएगा. अब बात करते हैं इस पुल को बनाने वाली कंपनी की. इस पुल को बनाने वाली कंपनी का नाम है- एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन. कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक, वह अब तक देश के विभिन्न राज्यों में 25 पुलों का निर्माण कर चुकी है. जिसमें से सबसे ज्यादा पुलों का निर्माण बिहार में ही किया है. कंपनी का दावा है कि गंगा नदी पर आरा और छपरा के बीच बना पुल उसने ही बनाया है. इसके अलावा पटना में गंगा नदी पर छह लेन का पुल बनाने का काम भी इसी कंपनी को मिला है.
कंपनी के मालिक एसपी सिंगला खुद भी सिविल इंजीनियर हैं. उन्होंने करीब 12 साल तक छोटी-मोटी कंस्ट्रक्शन कंपनियों के साथ काम किया है. उनके पास पंजाब, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश में ज्यादा काम करने का अनुभव है. उनके पास इमारतें, सड़कें और ओवरब्रिज बनाने का अनुभव है. कंपनी की वेबसाइट में उनकी प्रोफाइल में किसी नदी पर पुल बनाने का अनुभव का जिक्र नहीं किया गया है. लगता है शायद वो बिहार में ही नदी पर पुल बनाने का काम कर रहे हैं. तभी तो भागलपुर ब्रिज एक-दो नहीं बल्कि चार बार टूट चुका है.
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रविवार के बाद से कंपनी के सभी कर्मचारी फरार बताए जा रहे हैं. जानकारी के अनुसार, कंपनी के हेडऑफिस पंचकुला में भी कोई फोन नहीं उठा रहा है. जानकारी तो ये भी मिल रही है कि पंचकुला के सेक्टर-12 में स्थित कंपनी का हेडऑफिस बंद हो गया है. अब वहां भी कोई कर्मचारी नहीं आ रहा है. ऐसे में अब बिहार पुलिस जांच करने के लिए पंचकूला जाएगी. जानकारी के मुताबिक, भागलपुर हादसे के बाद सरकार की ओर कंपनी को ब्लैकलिस्ट कर दिया गया है. उसे ब्लैक लिस्टिंग का नोटिस भेज दिया गया है.