बिहार से आया बिहारी रामगढ़ में मुखिया बनता है! कांग्रेस विधायक ने बिहारियों की तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से की
Advertisement
trendingNow0/india/bihar-jharkhand/bihar2356148

बिहार से आया बिहारी रामगढ़ में मुखिया बनता है! कांग्रेस विधायक ने बिहारियों की तुलना बांग्लादेशी घुसपैठियों से की

Jhakhand Demographic Change: झारखंड में बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर जारी सियासी बवाल के बीच कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने विवादित बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रामगढ़ में बिहार से आया बिहारी मुखिया बन जाता है.

शिल्पी नेहा तिर्की

रांची: झारखंड की राजनीति में इन दिनों बांग्लादेशी घुसपैठ और संथाल के कई जिलों में डेमोग्राफी चेंज को लेकर मुद्दा काफी गरमाया हुआ है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी जहां काफी आक्रामक है तो दूसरी तरफ मांडर से कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने पूरे राज्य में डेमोग्राफिक चेंज की बात कहते-कहते बड़ी बात कह दी है. कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि आज रामगढ़ में बिहार से आया बिहारी मुखिया बन जाता है. शिल्पी नेहा तिर्की के इस बयान के बाद झारखंड की सियासत गर्मा गई है.

कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि संथाल में जो लोग डेमोग्राफिक चेंज की बात करते हैं उन्हें इसकी शुरुआत करनी चाहिए. राजधानी रांची में आदिवासियों और मूलवासियों को कालीन के नीचे ढक दिया गया है. यहां के आदिवासी-मूलवासियों को शहर और आलीशान भवनों से दूर किसी कोना-खोमचा में समेट कर रख दिया गया है. विधायक ने अपने बयान में आगे कहा कि रामगढ़ की स्थिति आज क्या है वहां मुखिया कौन बनता है. बिहार से आया बिहारी आज रामगढ़ का मुखिया बनता है. उन्होंने कहा कि डेमोग्राफिक पूरे राज्य में चेंज हुआ है और इसक शुरुआत रांची से होनी चाहिए, बाद में हम संथाल की बात करेंगे.

कांग्रेस विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने आगे कहा कि राज्य की सत्ता में सबसे ज्यादा दिन कौन लोग थे ये बात किसी से छुपी नहीं है. 1985 आधारित डोमिसाइल नीति लाकर अपार्टमेंट में रहने वाले लोगों को भी इन्होंने झारखंडी होने का डोमिसाइल बनाकर राज्य के आदिवासी-मूलवासी के हितों से खिलवाड़ किया है. वहीं शिल्पी नेहा तिर्की के इस बयान के बाद राज्य में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता प्रतुल शाहदेव ने कहा विधायिका को समझना चाहिए कि बांग्लादेश से आए घुसपैठिए अवैध तरीके से संथाल व झारखंड के अन्य हिस्से में आकर बसे हैं. वहीं बिहार के लोग देश के कानून के तहत यहां आकर बसे हैं.

ये भी पढ़ें- Lalu Yadav: मुकेश सहनी के पैतृक आवास पहुंचे लालू यादव, पिता के निधन पर जताई संवेदना

Trending news