Kameshwar Chaupal Passe Away: राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल का निधन, RSS ने दिया था यह खिताब
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Kameshwar Chaupal Passe Away: राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले कामेश्वर चौपाल का निधन, RSS ने दिया था यह खिताब

Kameshwar Chaupal News: कामेश्वर चौपाल का राम आंदोलन से लेकर अब तक अयोध्या से लगाव रहा है. RSS ने कामेश्वर चौपाल को पहला कार सेवक का दर्जा दिया था. 1989 में 9 नवंबर को राम मंदिर निर्माण के लिए हुए शिलान्यास कार्यक्रम में कामेश्वर चौपाल ने ही पहली ईंट रखी थी.

कामेश्वर चौपाल

Kameshwar Chaupal Passe Away: राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के ट्रस्टी और पूर्व MLC सदस्य कामेश्वर चौपाल का निधन हो गया है. जानकारी के मुताबिक, कामेश्वर का निधन राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के गंगाराम हॉस्पिटल में हुआ. वे पिछले कई दिनों से बीमार चल रहे थे. कामेश्वर चौपाल का राम मंदिर आंदोलन से लेकर अब तक अयोध्या से लगाव रहा है. साल 2020 में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए गठित ट्रस्ट में बिहार से भाजपा नेता कामेश्वर चौपाल को शामिल किया गया था. संघ ने कामेश्वर चौपाल को पहला कार सेवक का दर्जा दिया था.

उनके निधन पर बिहार बीजेपी ने दुख जताया है. बीजेपी ने एक्स पर लिखा कि राम मंदिर की पहली ईंट रखने वाले, पूर्व विधान पार्षद, दलित नेता, श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट के स्थाई सदस्य, विश्व हिंदू परिषद के प्रांतीय अध्यक्ष रहे, श्री कामेश्वर चौपाल जी के निधन की खबर सामाजिक क्षति है. उन्होंने सम्पूर्ण जीवन धार्मिक और सामाजिक कार्यों में समर्पित किया. मां भारती के सच्चे लाल थे. ईश्वर पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान एवं उनके परिजनों को संबल प्रदान करें. बिहार भाजपा परिवार की ओर से विनम्र श्रद्धांजलि!

 

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बता दें कि बिहार के सुपौल के रहने वाले कामेश्वर चौपाल ने 9 नवंबर 1989 को अयोध्या में राम जन्मभूमि मंदिर के लिए नींव की पहली 'राम शिला' (ईंट) रखी थी. साल 1982 में उन्होंने विश्व हिंदू परिषद (VHP) ज्वाइन की थी. 1989 में विहिप ने उन्हें गया मुख्यालय का राज्य प्रभारी बनाया था.साल 1991 में बीजेपी का सदस्य बनने के लिए उन्होंने विश्व हिंदू परिषद (VHP) को छोड़ दिया था. पार्टी ने उन्हें संसदीय चुनाव लड़वाया, जिसमें वह हार गए थे. साल 2014 में दूसरी बार चुनाव हार गए. हालांकि, वह दो बार 2002 से 2014 तक बिहार विधान परिषद के सदस्य रहे हैं.

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