भाजपा और राजद के बीच बयानबाजी जारी, कांग्रेस नेताओं ने पढ़ाया राजनीतिक मर्यादा का पाठ
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भाजपा और राजद के बीच बयानबाजी जारी, कांग्रेस नेताओं ने पढ़ाया राजनीतिक मर्यादा का पाठ

बिहार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह लगातार एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं. दोनों की यह बयानबाजी राजनीतिक मर्यादा को भी लांघ गई है.

भाजपा और राजद के बीच बयानबाजी जारी, कांग्रेस नेताओं ने पढ़ाया राजनीतिक मर्यादा का पाठ

पटना : बिहार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल और आरजेडी प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह लगातार एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे हैं. दोनों की यह बयानबाजी राजनीतिक मर्यादा को भी लांघ गई है. जगदानंद सिंह एक पर एक बयान देकर संजय जयसवाल पर लगातार निशाना साध रहे हैं तो वहीं अब संजय जायसवाल ने उनके इस बयान पर जमकर पलटवार किया है. 

संजय जयसवाल ने जगदानंद सिंह पर साधा निशाना 
जगदानंद सिंह के बयान पर पलटवार करते हुए संजय जायसवाल ने कहा एक उम्र के बाद आदमी का संतुलन गड़बड़ा जाता है. कौन क्या बोलता है सब जानते हैं. जगदानंद सिंह अपने आप को समाजवादी नेता मानते हैं बल्कि आने वाले समय में तेजस्वी यादव के बेटे की बात भी जगदानंद सिंह को माननी पड़ेगी. इसलिए राजद में कौन क्या बोलता है इससे फर्क नहीं पड़ता है. 

जगदानंद सिंह ने संजय जयसवाल के बयान पर किया पलटवार
उम्र को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल द्वारा की गयी टिप्पणी पर जगदानंद सिंह ने कहा कि इन्हें पता नहीं है कि वीर कुंवर सिंह ने 80 साल की उम्र में देश के पहले स्वतंत्रता आंदोलन कि अलख जगाई थी. मैं उसी क्षेत्र से आता हूं, जरूरत पड़ने पर 80 साल की उम्र में भी सड़कों पर उतरने के लिए तैयार हूं. उन्होंने कहा कि इच्छाशक्ति हो तो कोई भी काम करने में उम्र बाधा नहीं डालती, साफ तौर पर कहना चाहता हूं कि मैं 1974 नहीं बल्कि 1962 की उपज हूं तो मुझे समझने में कुछ लोग बेवकूफी कर रहे हैं. 

कांग्रेस ने दोनों को दी राजनीतिक मर्यादा का पालन करने की सलाह
बीजेपी आरजेडी के बीच चल रहे है बयानबाजी को लेकर कांग्रेस के विधायक प्रतिमा कुमारी ने कहा कि राजनीति में कब क्या होगा कोई नहीं जानता. ऐसे में राजनीतिक मर्यादा का पालन सबको करना चाहिए. राजनीतिक दल के नेता समाज के आइकॉन होते हैं. अपनी भाषा पर हर एक नेताओं को नियंत्रण रखना चाहिए और एक नियंत्रित भाषा का प्रयोग करना चाहिए.

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