West Bengal: ‘सिर में गोली मार देता’ बयान देने वाले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक मुश्किल में, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे कोर्ट
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West Bengal: ‘सिर में गोली मार देता’ बयान देने वाले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक मुश्किल में, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे कोर्ट

BJP vs TMC: पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कोलकाता की एक अदालत में दायर याचिका में आरोप लगाया  है कि अभिषेक बनर्जी पुलिस को लोगों को गोली मारने के लिए उकसा रहे थे. 

West Bengal:  ‘सिर में गोली मार देता’ बयान देने वाले ममता बनर्जी के भतीजे अभिषेक मुश्किल में, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे कोर्ट

West Bengal News: भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने गुरुवार को कोलकाता की एक अदालत में याचिका दायर की जिसमें अनुरोध किया गया है कि पुलिस को निर्देश दिया जाए कि वह तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी के विरुद्ध मजूमदार की शिकायत दर्ज करे. बनर्जी ने हिंसा में शामिल लोगों पर गोली चलाने का कथित बयान दिया था जिसके विरुद्ध मजूमदार शिकायत दर्ज कराना चाहते हैं.

मजूमदार के वकील पार्थ घोष ने बताया कि मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट की अदालत में मजूमदार ने याचिका दायर की है जिसमें आरोप लगाया गया है कि बनर्जी पुलिस को लोगों को गोली मारने के लिए उकसा रहे थे. भाजपा नेता का आरोप है कि पुलिस ने बनर्जी के विरुद्ध शिकायत दर्ज करने से इनकार कर दिया था.

क्या कहा था बनर्जी ने?
बनर्जी ने 14 सितंबर को एसएसकेएम अस्पताल में एक घायल पुलिस अधिकारी को देखने गए थे और उन्होंने कहा था कि अगर वह घटनास्थल पर होते तो हिंसा और आगजनी में शामिल लोगों के सिर में गोली मार देते. इस पुलिस अधिकारी को 13 सितंबर को भाजपा की एक रैली के दौरान पीटा गया था. उस दिन एक पुलिस वाहन को आग लगाने और अधिकारी पर हमले के संबंध में पुलिस ने कई लोगों को गिरफ्तार किया है.

अभिषेक बनर्जी ने आरोप लगाया था कि नबन्ना अभियान में बीजेपी समर्थकों ने गुंडागर्दी की है. बीजेपी समर्थकों ने शांत महानगर को अशांत कर हिंसा फैलाई है.

बीजेपी ने की हिंसा की सीबीआई जांच की मांग
बता दें पश्चिम बंगाल में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की 'नबान्न चलो' रैली के दौरान पुलिस और पार्टी सदस्यों के बीच हुई झड़प की जांच करने वाली एक समिति ने राज्य पुलिस पर टीएमसी के इशारे पर कार्रवाई करने का आरोप लगाते हुए संबंधित हिंसा की केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से जांच कराये जाने की मांग की. भाजपा की पांच-सदस्यीय तथ्यान्वेषी समिति ने शनिवार (24 सितंबर) को पार्टी अध्यक्ष जे. पी. नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी थी.

वहीं राज्य सरकार ने जोर देकर कहा है कि भाजपा के सदस्य ही हिंसक हो गए थे, जबकि पुलिस ने संयम से काम लिया था.

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