Zee Real Heroes Awards: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भारतीय राजनीति में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. महाराष्ट्र के उन चुनिंदा मुख्यमंत्रियों में से एक हैं जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया.
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Zee Real Heroes Awards: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस भारतीय राजनीति में किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. महाराष्ट्र के उन चुनिंदा मुख्यमंत्रियों में से एक हैं जिन्होंने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी कई मौकों पर उनकी प्रशंसा की है. मंगलवार को मुंबई में आयोजित 'ज़ी रियल हीरोज अवॉर्ड 2024' के दौरान एक विशेष इंटरव्यू में फडणवीस ने कई मुद्दों पर खुलकर बात की. इसमें प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराधिकारी बनने की अटकलों पर भी सवाल पूछा गया.
मैं मोदी की विचारधारा का वारिस हूं
जब उनसे पूछा गया कि उनका नाम योगी आदित्यनाथ और हिमंत बिस्वा सरमा जैसे नेताओं के साथ प्रधानमंत्री मोदी के उत्तराधिकारी के रूप में क्यों लिया जाता है, तो फडणवीस ने स्पष्ट जवाब दिया. उन्होंने कहा कि मैं किसी उत्तराधिकारी की लिस्ट में नहीं हूं. लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस विचारधारा के लिए काम करते हैं, मैं उस विचारधारा का वारिस हूं.. और हमेशा रहूंगा. मैं उस विचारधारा के लिए काम करता रहूंगा.
क्या देवेंद्र फडणवीस हैं PM मोदी के उत्तराधिकारी? CM फडणवीस ने खुद कर दिया बड़ा खुलासा#DevendraFadnavis #Maharashtra #BJP | @anuraagmuskaan @ashwinipande @Dev_Fadnavis pic.twitter.com/bqlKlxkm8K
— Zee News (@ZeeNews) January 15, 2025
केंद्र में जाने के सवाल पर दिया जवाब
केंद्र सरकार में भूमिका निभाने के सवाल पर फडणवीस ने हल्के-फुल्के अंदाज में जवाब दिया. उन्होंने कहा कि अभी तो मैं महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना हूं. मुझे यहीं पांच साल रहने दीजिए. आप मुझे दिल्ली क्यों भेजना चाहते हैं? इससे स्पष्ट है कि फडणवीस फिलहाल महाराष्ट्र की राजनीति पर ध्यान केंद्रित रखना चाहते हैं और राष्ट्रीय राजनीति में जाने की कोई जल्दी में नहीं हैं.
'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं' के नारों पर क्या बोले..
'बंटेंगे तो कटेंगे' और 'एक हैं तो सेफ हैं' जैसे नारों के बारे में पूछे जाने पर फडणवीस ने कहा कि इन नारों का मतलब इस बात पर निर्भर करता है कि लोग इन्हें कैसे समझते हैं. उन्होंने कहा कि इन नारों का मकसद लोगों को एकजुट रहने का संदेश देना है. फडणवीस का मानना है कि एकता ही समाज की सबसे बड़ी ताकत है और इसे बनाए रखना सभी का कर्तव्य है.
'लाड़ली बहन योजना' की सफलता पर चर्चा
फडणवीस ने 'लाड़ली बहन योजना' की सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना ने 'महा-युति' को चुनाव में बड़ी जीत दिलाई. उन्होंने इसे "सुनामी" की तरह बताया जिसने विरोधियों को चौंका दिया. उन्होंने यह भी याद किया कि जब शिवसेना ने कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, तो उन्हें काफी आलोचना झेलनी पड़ी थी. लेकिन जनता ने निर्णायक जनादेश देकर उनके नेतृत्व पर भरोसा जताया.
जनता के फैसले पर भरोसा
फडणवीस ने अंत में कहा कि जनता ने हर बार सही निर्णय लिया है. उनके मुताबिक, राजनीति में आलोचना और प्रशंसा दोनों होती हैं, लेकिन जनता का फैसला ही सबसे महत्वपूर्ण होता है.