Indian Army News: इंडियन आर्मी को जल्द ही नई तकनीक से लैस ब्रिज लेइंग टैंकों की ताकत मिलने वाली है. एक-दो नहीं इन टैंकों का बड़ा बेड़ा मिलने वाला है. इन टैंकों के लिए रक्षा मंत्रालय ने 1561 करोड़ रुपये की लागत से एक डील फाइनल की है.
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Indian Army News: इंडियन आर्मी को जल्द ही नई तकनीक से लैस ब्रिज लेइंग टैंकों की ताकत मिलने वाली है. एक-दो नहीं इन टैंकों का बड़ा बेड़ा मिलने वाला है. इन टैंकों के लिए रक्षा मंत्रालय ने 1561 करोड़ रुपये की लागत से एक डील फाइनल की है. यह डील आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत की गई है. इसका उद्देश्य सेना की ताकत और गतिशीलता को बढ़ाना है.
क्या है ब्रिज लेइंग टैंक?
ब्रिज लेइंग टैंक एक ऐसा खास टैंक है.. जो युद्ध के दौरान पुल बनाने का काम करता है. यह टैंक बख्तरबंद वाहनों और सेना के बड़े बेड़ों को नदी, खाई या अन्य बाधाओं को पार करने में मदद करता है. इन टैंकों का उपयोग आक्रामक और रक्षात्मक अभियानों में होता है. जिससे सेना की गतिशीलता और आक्रामक क्षमता में भारी इजाफा होता है.
कौन बनाएगा ये टैंक?
यह खास डील हैवी व्हीकल्स फैक्ट्री और आर्मर्ड व्हीकल निगम लिमिटेड के साथ की गई है. इन ब्रिज लेइंग टैंकों को पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक से तैयार किया जाएगा. नई दिल्ली में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर किए गए. इस डील के तहत कुल 47 ब्रिज लेइंग टैंकों की खरीद की जाएगी.
आत्मनिर्भर भारत और मेक-इन-इंडिया को बढ़ावा
इस डील से भारत सरकार की आत्मनिर्भर भारत और मेक-इन-इंडिया पहल को बड़ी मजबूती मिलेगी. यह परियोजना न केवल भारतीय सेना को आधुनिक बनाएगी, बल्कि देश की अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा देगी. इसके अलावा इस डील से देश में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे.
भारतीय नौसेना को भी मिला नया हथियार
कुछ दिन पहले ही भारतीय नौसेना के लिए भी एक बड़ी डील फाइनल की गई थी. इस डील के तहत 2,900 करोड़ रुपये की लागत से सतह से हवा में मार करने वाली मध्यम दूरी की मिसाइलें (एमआरएसएएम) खरीदी गईं. यह मिसाइलें नौसेना की ताकत को और बढ़ाएंगी और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करेंगी.
युद्धक्षेत्र में गेम-चेंजर
ब्रिज लेइंग टैंक भारतीय सेना के लिए एक गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं. ये टैंक दुश्मनों की रणनीतियों को विफल करने और सेना को तेज गति से आगे बढ़ाने में मदद करेंगे. इस डील से यह साफ हो गया है कि भारतीय सेना को आधुनिक और आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार गंभीरता से काम कर रही है.
(एजेंसी इनपुट के साथ)