West Bengal News: कुछ समय पहले राज्य की सत्ताधारी पार्टी TMC विधायक हुमायूं कबीर (Humayun Kabir) ने मुर्शिदाबाद (Murshidabad) जिले में बाबरी मस्जिद (Babri Masjid) की प्रतिकृति के निर्माण की घोषणा की थी. जिसके बाद पश्चिम बंगाल में अयोध्या की तर्ज पर भव्य राम मंदिर (Ram Temple in West Bengal) बनाने की बात कही गई थी. उस संकल्प को अब अमल में लाया गया है.
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Ram Temple in West Bengal: पश्चिम बंगाल से रामभक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी आई है. करोड़ों सनातनी हिंदू और दक्षिणपंथी संगठन बंगाल में भव्य राम मंदिर बनने की खबर सुनकर खुश और गदगद नजर आ रहे हैं. उनका कहना है कि जिस राज्य में मुस्लिम वोट बैंक का ख्याल रखने के लिए सनातन हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचा कर उनकी अनदेखी होती आई हो, वहां भगवान राम का मंदिर बनना बड़ी बात है. यह एक शुभ संकेत है. रिपोर्ट्स के मुताबिक मंदिर के लिए अष्टधातु से बनी मूर्ति तैयार हो चुकी है. रामलला का दिव्य मनोहर स्वरूप कांची कामकोटि पीठ से प्राप्त 'अष्टधातु' से बना है.
मूर्ति तैयार- रामलला की दिव्य मनोहर छवि
मंदिर ट्रस्ट के सदस्यों से मिली जानकारी के मुताबिक रामलला की 8 इंच की मूर्ति बनकर तैयार है. मंदिर ट्रस्ट के सदस्य 22 जनवरी को मुर्शिदाबाद में भगवान राम के मंदिर की प्रतिकृति के लिए भूमिपूजन की तैयारी कर रहे हैं. कार्यक्रम के आयोजक बोंगियो राम सेवक परिषद चैरिटेबल ट्रस्ट का कहना है कि जो मूर्ति मंदिर का निर्माण होने के बाद अंततः मंदिर में रखी जाएगी वह 'अलग बड़ी' और बंगाली परंपराओं के अनुरूप होगी.
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हुमायूं के बाबरी का जवाब
हाल ही में, टीएमसी विधायक हुमायूं कबीर (Humayun Kabir) ने मुर्शिदाबाद (Murshidabad) में बाबरी मस्जिद की प्रतिकृति के निर्माण की घोषणा की थी. जिसके जवाब में कुछ हिंदू संगठनों ने उसी जिले में राम मंदिर (Ram Mandir in Murshidabad) की प्रतिकृति बनाने की घोषणा की थी. ट्रस्ट के अध्यक्ष अंबिकानंद महाराज ने कहा, 'हमें कांची कामकोटि पीठ (तमिलनाडु में एक धार्मिक स्थल) से राम लला मिले हैं. हम 22 जनवरी को यानी अयोध्या में राम मंदिर में मौजूद रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा वाली तारीख पर भूमि पूजन के साथ आगे बढ़ेंगे.'
महाराज ने बताया कि रामलला की मूर्ति उनके बाल स्वरूप को दिखाती है. हालांकि मंदिर में रखी जाने वाली मूर्तियां इस मूर्ति से अलग होगीं. मंदिर में तीन तल होंगे. सबसे ऊपरी हिस्से में मां दुर्गा की पूजा करते हुए भगवान राम की मूर्ति होगी जो आश्विन माह में दुर्गा की पूजा का प्रतीक है. दूसरे तल में सीता मैया, भाई लक्ष्मण और भक्त हनुमान के साथ भगवान श्री राम की एक और मूर्ति स्थापित होगी.
अयोध्या वाले राम मंदिर की झलक
बंगाल में बनने जा रहे इस मंदिर की संरचना अयोध्या की तरह होगी, लेकिन यहां की मूर्तियां बंगाल की संस्कृति को दर्शाएंगी. मंदिर की दीवारों पर बंगाली प्रतीकों का इस्तेमाल होगा.