भोपाल में पीएम मोदी के पोस्टर पर लिखे आपत्तिजनक शब्द, मध्य प्रदेश में पहले भी हुआ था ऐसा मामला
Advertisement
trendingNow1/india/madhya-pradesh-chhattisgarh/madhyapradesh2613498

भोपाल में पीएम मोदी के पोस्टर पर लिखे आपत्तिजनक शब्द, मध्य प्रदेश में पहले भी हुआ था ऐसा मामला

Bhopal News: पीएम नरेंद्र मोदी और सीएम मोहन यादव के एक पोस्टर पर कुछ असामाजिक तत्वों ने आपत्तिजनक शब्द लिख दिए. इससे पहले जब इसी तरह का मामला हुआ था, तो एमपी पुलिस ने तुरंत कड़ी कार्रवाई की थी. 

भोपाल में पीएम मोदी के पोस्टर पर लिखे आपत्तिजनक शब्द, मध्य प्रदेश में पहले भी हुआ था ऐसा मामला

Madhya Pradesh News: भोपाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सीएम मोहन यादव के एक पोस्टर के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया है. बताया जा रहा है कि कुछ असामाजिक तत्वों ने पीएम के पोस्टर पर आपत्तिजनक शब्द लिख दिए. पोस्टर पर पीएम की फोटो के आगे टेरेटिस्ट और कुछ भद्दे कमेंट्स लिख दिए. राजधानी भोपाल के सुभाष स्कूल के सामने पीएम मोदी और सीएम यादव का पोस्टर लगा हुआ है. स्कूल के सामने बने बस स्टॉप पर  पोस्टर लगा है, जिसपर आपत्तिजनक शब्द लिख दिए. 

फोटो सोशल मीडिया पर हुई थी वायरल
मध्य प्रदेश में ये पहला मामला नहीं है, जब इस तरह की हरकत हुई है. 2022 में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की फोटो से छेड़छाड़ का मामला आया था, जिसपर तुरंत एक्शन लेते हुए साइबर सेल ने एक आदमी को धर लिया था. उस समय मध्य प्रदेश के गृह मंत्री रहे नरोत्तम मिश्रा ने इसपर सख्त एक्शन लिया था. मामला था कूनो राष्ट्रीय अभयारण्य का जहां पीएम मोदी  नामीबिया से आए चीतों को देश को सौंपने आए थे. चीतों को छोड़ने के बाद पीएम मोदी ने खुद उनकी फोटो भी खींची. उसी फोटो के साथ किसी ने सोशल मीडिय से छेड़छाड़ की थी. उस समय वो फोटो सोशल मीडिया पर काफी वायरल होने लगी थी.

2022 वायरल फोटो
साल 2022 में भी प्रधानमंत्री का एक फोटो वायरल हुआ था. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने जन्मदिन के अवसर पर एमपी के कूनो नेशनल पार्क में नामीबिया से आए आठ चीतों को पार्क में छोड़ा था. इस दौरान उन्होंने एक तस्वीर भी ली थी. उसी तस्वीर को एडिट करके सोशल मीडिया पर वायरल किया गया था. सोशल मीडिया में प्रधानमंत्री मोदी का मजाक बनाते हुए जो फोटो वायरल हुआ था उसमें उन्हें लेंस में केप लगे कैमरे से फोटो लेते दिखाया गया था. हालांकि बारीकी से देखने पर पता लगा कि फ़ोटो से छेड़छाड़ हुई है क्योंकि कैमरा अलग कंपनी का था और लेंस के ऊपर लगे केप में अलग कंपनी का नाम लिखा हुआ था. कांग्रेस और दूसरी विपक्षी पार्टी के नेता भी अपने सोशल मीडिया एकाउंट से इस फोटो को वायरल कर रहे थे. हालंकि फोटो से छेड़छाड़  मामले की जांच साइबर सेल को सौंप दी गयी थी और दोषी के खिलाफ कार्रवाई भी की गई थी.

 

Trending news