Chhattisgarh News: नक्सलियों ने छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले के ओरछा मार्ग में पर्चे फेंककर पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी और सरपंच हरिमांझी को जान से मारने की धमकी दी. पद्मश्री वैद्यराज हेमचंद मांझी को पहले भी नक्सलियों से जान से मारने की धमकी मिल चुकी है, जिसके बाद उन्होने पद्मश्री लौटाने को कह दिया था.
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Naxalite News:छत्तीसगढ़ के बस्तर से आए दिन नक्सलियों की खबरें आती रहती हैं. पिछले कई दिनों से बीजापुर में मुठभेड़ चल रही है, जिसमें 20 के करीब नक्सलियों को फोर्स मार चुकी है. इस बीच बौखलाए नक्सली पर्चे में जान से मारने की धमकी दे रहे हैं. नक्सलियों ने पर्चे फेंककर पद्मश्री सम्मानित वैद्यराज हेमचंद मांझी और सरपंच हरिमांझी को जान से मारने की धमकी दी है. इससे पहले भी नक्सलियों ने वैद्यराज हेमचंद मांझी को जान से मारने की धमकी दी थी. मांझी ने तब पद्मश्री सम्मान वापस करने तक को कह दिया था.
क्या है पूरा मामला
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले की ओरछा मार्ग में एक बार फिर नक्सलियों की पूर्वी बस्तर डिविजन कमेटी अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए पद्मश्री सम्मानित वैद्यराज हेमचंद मांझी और सरपंच हरिमांझी को जान से मारने की धमकी दी. 2024 के पुलिस नक्सली मुठभेड़ में थुलथुली गवाड़ी के जंगलों में पुलिस जवानों ने 38 नक्सलियों को मार गिराया था. इसके बाद अब फिर से नक्सली अपनी उपस्थिति दर्ज कराते हुए नारायणपुर ओरछा मार्ग में पर्चे फेंककर वैद्यराज हेमचंद मांझी और सरपंच हरिमांझी को जान से मारने की धमकी दे रहे है.
धमकी की वजह
नक्सलियों ने पर्ची फेंक हेमचंद मांझी और सरपंच हरिमांझी को जान से मारने की धमकी दी है. पर्ची पर लिखा हुआ था कि, गांव से बाहर होने से बचोगे नहीं, सागर साहू की तरह मौत की सजा दी जाएगी. नक्सलियों ने पद्मश्री सम्मानित वैद्यराज हेमचंद मांझी, छोटेडोंगर सरपंच हरिमांझी सहित अन्य लोगों को आमदाई माइंस का दलाल बताते हुए जान से मारने की धमकी दी है. आपको बता दें कि, इससे पहले भी जब हेमचंद मांझी राष्ट्रपित द्वारा पद्मश्री से सम्मानित होने थे तब भी नक्सलियों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी.
कौन है पद्मश्री सम्मानित वैद्यराज हेमचंद मांझी
वैद्यराज हेमचंद मांझी बस्तर के नारायणपुर जिले के मशहूर चिकित्सक है उन्हें जिले में वैद्यराज के नाम से भी बुलाया जाता है. हेमचंद मांझी जिले में लोगों की जड़ी-बूटियों से इलाज करते हैं और उनके स्वास्थ्य की देखभाल करते हैं. चिकित्सा के क्षेत्र में किए गए उनके इस नेक कार्य के लिए उन्हें राष्ट्रपति के द्वारा पद्मश्री से सम्मानित भी किया गया था. लगभग 50 वर्ष से लोगों का इलाज कर रहे मांझी को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 22 अप्रैल को राष्ट्रपति भवन में पद्मश्री से सम्मानित किया था.
मिली जानकारी के अनुसार, पिछले साल 09 दिसंबर को नारायणपुर जिला मुख्यालय से लगभग 45 किमी दूर स्थित छोटेडोंगर में नक्सलियों ने आमदई घाटी लौह अयस्क खदान के लिए एजेंट के रूप में काम करने और भारी पैसा कमाने का आरोप लगाते हुए मांझी के भतीजे कोमल मांझी की हत्या कर दी थी और अब वैद्यराज हेमचंद मांझी को अपना निशाना बनाया है. नक्सलियों का वैद्यराज हेमचंद मांझी पर आरोप है कि वे आमदई खनन परियोजना के चालू होने में योगदान दे रहे हैं और बदले में उन्हें बहुत कुछ मिल भी रहा है. आपको बता दें कि नक्सली इस परियोजना के विरोध में हैं.