Ajmer Blackmail Scandal Case: अजमेर के बिजयनगर में नाबालिक बालिकाओं को जाल में फंसाकर शोषण करने का मामले को लेकर ब्यावर पुलिस एसपी श्यामसिंह बिजयनगर थाना पहुंचे और कई बातें कही.
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Ajmer Blackmail Scandal Case: राजस्थान के अजमेर संभाग के ब्यावर जिले के बिजयनगर में नाबालिक बालिकाओं को जाल में फंसाकर शोषण करने का मामले को लेकर ब्यावर पुलिस एसपी श्यामसिंह बिजयनगर थाना पहुंचे और प्रेसवार्ता कर जानकारी दी.
एसपी श्यामसिंह ने बताया कि चार दिन का पीसी रिमांड लेकर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है. कोई भी जो तथ्य सामने आएगा, उसके बारे में पूरी जानकारी करेंगे. कौन सी घटना स्थल है, उसकी तस्तिक कराई जाएगी. सिम किसके नाम है, फोन किसका है, कौन सी गाड़ी उसे ले गई है, जो भी अपराध में संलिप्त चीज हैं उनको हम टेक्निकली जब्त करेंगे और उनके खिलाफ एविडेंस कलेक्ट करेंगे.
एसपी श्याम सिंह ने बताया कि अब तक 9 लोगों को राउंड ऑफ करके गिरफ्तार किया जा चुका है और एक नाबालिक को निरुद्ध डिटेन किया गया है. अनुसंधान में जो भी मुलजिम बनेंगे उनको राउंड ऑफ करके गिरफ्तार किया जाएगा और प्रकरण का शीघ्र चालान पेश करके केस ऑफिसर स्कीम लेकर सजा दिलाएंगे.
वहीं, जो आरोपी है डेंटिंग-पेंटिंग और हमाली का काम करते हैं, जो नाबालिक बालिकाएं हैं, स्कूलों में पढ़ती है और ये आरोपियों के बेकाओं में आकर ये काम हुआ है, जो इस मामले में पूर्व में एफआईआर दर्ज हुई है. वहीं, इसके बाद और कोई एफआईआर दर्ज नहीं हुई है.
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए ब्यावर एसपी श्याम सिंह लगातार मामले पर अपडेट ले रहे हैं. वहीं एडिशनल एसपी भूपेंद्र शर्मा मसूदा डिप्टी सज्जनसिंह व अन्य पुलिस अधिकारी लगातार बिजयनगर थाने पर उपस्थित होकर मामले में कार्रवाई कर रहे हैं.
ये है मामला
बिजयनगर थाना क्षेत्र के कुछ परिजनों ने 16 फरवरी को बिजयनगर थाने रिपोर्ट देकर बताया कि कुछ समुदाय विशेष युवक नाबालिक बालिकाओं को डरा-धमाकर उनका शोषण कर रहे हैं. उसके बाद बिजयनगर पुलिस तुरन्त कार्रवाई करते हुए तीन मामले विभिन्न धाराओं में दर्ज करके आरोपी रिहान मोहम्मद ,सोहेल मंशुरी, लुकमान, अरमान पठान ,साहिल कुरेशी सहित 6 जनों को गिरफ्तार किया. वहीं, एक विरुद्ध संघर्षरत बालक को निरुद्ध किया था. इसके बाद अन्य आरोपियों को भी हिरासत में लेकर उनके खिलाफ भी कार्रवाई की गई.
मोबाइल देकर फंसाते थे नाबालिक बालिकाओं को
समुदाय विशेष के युवक नाबालिक बालिकाओं को छोटे मोबाइल सिम समेत उपलब्ध करवाते थे. पहले एक बालिका को फंसाकर उसे मोबाइल दिया. इसके बाद उसके माध्यम से अन्य बालिका को जाल में फंसाकर डरा कर शोषण करते थे.